30 से अधिक उम्र के व्यक्तियों का भी हो टीकाकरण विकास उपाध्याय ने स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा कर केन्द्र से पहल करने का किया अनुरोध
कोरोना के दूसरे लहर में 30 से 45 वर्ष उम्र के व्यक्ति ज्यादा संक्रमित टीकाकरण के नियमों में हो शिथिलीकरण- विकास उपाध्याय
रायपुर। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना के भयावह स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से चर्चा की है और माँग की है कि वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से चर्चा कर 30 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को भी टीकाकरण में सम्मिलित करने की अनुमति लेने छत्तीसगढ़ का मजबूत पक्ष रखें। विकास उपाध्याय ने कहा, कोरोना का दूसरा लहर जिस तरह से 30 से 45 वर्ष के उम्र के व्यक्तियों को अपने गिरफ्त में ज्यादा ले रहा है,उसे देखने के बाद टीकाकरण के तीसरे चरण का इंतजार करना गलत होगा।उन्होंने छत्तीसगढ़ में अतिरिक्त वैक्सीन की जरूरत बताते हुए केन्द्र से उपलब्ध कराने की भी माँग दोहराई है ।
विकास उपाध्याय ने आज 30 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को भी टीकाकरण करने की माँग उठाते हुए छत्तीसगढ़ के कंटेन्मेंट जोन वाले एरिया में परिवार के सभी सदस्यों को वैक्सिनेशन करने की सलाह दी है।उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से चर्चा कर कहा है, जिस तरह से छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी का फैलाव हो रहा है और कम उम्र के लोगों की ज्यादा मृत्यु हो रही है उसे देखते हुए छत्तीसगढ़ का पक्ष केन्द्र के समक्ष मजबूती से रखते की जरूरत है ताकि टीकाकरण के नियमों में शिथिलीकरण किया जा सके।विकास उपाध्याय ने कहा,अभी जो आंकड़े दिख रहे हैं उससे स्पष्ट है कि जिनको 16 जनवरी के प्रथम चरण में वैक्सीन लग चुका है उन पर कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम है।
विकास उपाध्याय ने सभी वार्डों में टीकाकरण अभियान के साथ ही टेस्टिंग 100 फीसदी करने पर जोर देते हुए सभी से अपील की है कि वे इस अभियान को एक जन आंदोलन के रूप में लें और सरकार द्वारा चलाई जा रही इस अभियान को घर घर तक ले जायें। विकास उपाध्याय के निर्देश पर सभी वार्डों में शिविर लगाया गया है जहाँ लोग काफी संख्या में पहुँच कर टिका लगाने के साथ ही टेस्टिंग भी करा रहे हैं। मास्क न लगाने वालों को समाजविरोधी बताते हुए विकास ने कहा ऐसे लोगों की वजह से ही संक्रमण में तेजी आ रही है। उन्होंने कहा, लोगों को अब सतर्क हो जाना चाहिए जब तक कोरोना का एक भी मरीज मौजूद है तब तक दूसरे को खतरा बना ही होगा।