पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री टी एस सिंहदेव ने वर्चुअल माध्यम से की गौठान समिति की बैठक
रायपुर : आज पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी एस सिंहदेव की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से स्टेट रूरल लाइवलीहुड मिशन SRLM (गौठान) की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में बस्तर दंतेवाड़ा से 4 गांव के सदस्य शामिल हुए। पंचायत मंत्री श्री टी एस सिंहदेव ने उनसे गौठान भृमण की जानकारी प्राप्त की। राजधानी व अन्य गोठानों का अवलोकन करने के उपरांत यहां पर बकरीपालन, मुर्गीपालन, वर्मी-कंपोस्ट गैस बनाने की विंडो प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर आये ग्रामीण जनों ने जो नई विधि व पद्धति सीखी उन्होंने माननीय मंत्री से साझा की एवं अपने गांव वापस जाकर इन सभी पद्धति को अपनाने की बात कही। सदस्यों से पंचायत मंत्री ने पूछा कि उनके गांव में केंचुआ खाद का उत्पादन किस प्रकार से होता है, वर्मी टैंक किस प्रकार से काम करते हैं? व उनके यहां पैरा दान के बारे में भी पूछताछ की।जिस पर सदस्यों ने बताया कि वहां पर लोग पैरा प्रदान नहीं अथवा बहुत कम करते हैं क्योंकि पैरा का उपयोग वह पशुओं को खिलाने में करते हैं। जिस से खाद बनाने में थोड़ा सा मुश्किल जाता है, इसके साथ ही दोना-पत्तल उत्पादन, दुग्ध उत्पादन गमला-दिया आदि कैसे बनाते हैं इन सब की जानकारी भी सदस्यों ने मंत्री जी को प्रदान की।
उन्होंने अपने गांव के अनुभव से बताया कि गांव में केंचुआ का जो रेट है वह 150 रु प्रति किलोग्राम है यहां पर उसका रेट 300 के आसपास है। इसके साथ ही पंचायत मंत्री जी ने दूसरे सदस्यों से बात करते हुए उन्हें तेंदूपत्ता, महुआ, चार, आम आदि से किस प्रकार से कमाई होती है इसके बारे में जानकारी ली तो पता चला कि अगर वह 5000 तेंदूपत्ता इकट्ठा करते हैं तो उन्हें लगभग ₹20,000 की कमाई होती है क्योंकि हर 100 पत्तों का ₹400 रेट है। इसके साथ ही सदस्यों से चर्चा के दौरान माननीय मंत्री जी ने पूछा कि ग्रामों में सेनेटरी पैड के इस्तेमाल की क्या स्थिति है, जिसपर महिला सदस्यों ने बताया कि यहां लगभग सभी महिलाएं सेनेटरी पैड का इस्तेमाल कर रही हैं और सेनेटरी पैड बनाने का काम भी काफी तेजी से हो रहा है, लेकिन इसके उपरांत भी अभी कई जगह पैड का इस्तेमाल नहीं होता है। जिसपर पंचायत मंत्री श्री टी एस सिंहदेव जी ने कहा कि सेनेटरी पैड का इस्तेमाल 100% होना चाहिए एवं इसके लिए जागरूकता लाने की दिशा में सभी को आगे आना चाहिए। इसके उपरांत सदस्यों ने बताया कि इमली के पेड़ से ₹4000 से ₹5000 प्रति महीने की कमाई हो जाती है इमली को बेचकर वैसे ही उनको महुआ के पेड़ से भी कमाई होती है। इसी के साथ पंचायत मंत्री श्री टीएस सिंह देव ने लगभग सभी सदस्यों से बात कर परिस्थितियों का अवलोकन किया एवं उनके सुझाव जाने। किस क्षेत्र की गौठान में क्या स्थिति है व वहां के लोगों के क्या सुझाव हैं इसपर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने आगे कहा कि पांच काम हर गौठान में दिया जाएगा जिससे आपको आर्थिक सहायता मिल सके और यहां से भी आपको कार्य उपलब्ध कराया जाएगा, मंत्री जी ने कहा कि अधिकारियों से चर्चा करके आप सभी की मांगों के प्रति विचार किया जाएगा। इसके साथ ही माननीय मंत्री जी ने सभी से संवाद कर अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की एवं उचित दिशा निर्देश प्रदान कर आगे कार्ययोजना बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।