राजधानी में दो दिवसीय आदिवासी महोत्सव: आयोजन के लिए साइंस कॉलेज मैदान में सभी तैयारियां पूर्ण मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह करेंगे शुभारंभ
JOGI EXPRESS
आदिवासी साहित्य महोत्सव के साथ उत्तरपूर्वी राज्यों के लोकनृत्य भी होंगे आकर्षण का केन्द्र
छत्तीसगढ़ के आदिवासी लोक नर्तक दलों की प्रतियोगिताएं भी होंगी
आदिवासी ओलम्पियाड और आदिवासी फूड फेस्टिवल की भी रहेगी धूम
रायपुर, राज्य सरकार के आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ के महान क्रांतिकारी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीरनारायण सिंह के शहादत दिवस पर कल दस दिसम्बर से राजधानी रायपुर में दो दिवसीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव जी.ई. रोड स्थित शासकीय विज्ञान महाविद्यालय के मैदान में आयोजन की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं।
आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने आज शाम आयोजन स्थल पर विभागीय अधिकारियों के साथ पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। श्री कश्यप ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कल दस तारीख को अपरान्ह 3 बजे मुख्य अतिथि के रूप में महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल उरांव करेंगे। महोत्सव का समापन समारोह 11 दिसम्बर को शाम 5 बजे आयोजित किया जाएगा। केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री विष्णुदेव साय समापन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
श्री कश्यप ने बताया कि महोत्सव के दौरान दो दिवसीय आदिवासी साहित्य महोत्सव का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में किया जाएगा। इसका शुभारंभ कल दस दिसम्बर को सवेरे दस बजे होगा। उन्होंने बताया कि विज्ञान महाविद्यालय के मैदान में दस दिसम्बर को दोपहर बारह बजे आदिवासी ओलम्पियाड, दोपहर 12.30 बजे छत्तीसगढ़ के आदिवासी लोक नर्तक दलों की प्रतियोगिता और शाम पांच बजे आदिवासी फूड फेस्टिवल का शुभारंभ होगा। आदिवासी हैकाथान का शुभारंभ अगले दिन 11 दिसम्बर को दोपहर दो बजे पंड़ित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में किया जाएगा।
श्री कश्यप ने बताया कि महोत्सव के दौरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में दो दिवसीय आदिवासी साहित्य महोत्सव भी होगा। इसमें आयोजित व्याख्यानमाला में रांची विश्वविद्यालय (झारखण्ड) के प्रोफेसर कर्मा उरांव ’जनजातियों की सामाजिक-सांस्कृतिक विशेषताएं और बदलाव’ विषय पर, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पी.सी. जोशी ’जनजातीय स्वास्थ्य और औषधि’ विषय पर तथा हैदराबाद के डॉ. सुरेश जगन्नाथम ’सामाजिक-सांस्कृतिक एवं आर्थिकी’ विषय पर व्याख्यान देंगे। रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर की साहित्य एवं भाषा अध्ययन शाला के अध्यक्ष प्रोफेसर के.एल.वर्मा ’छत्तीसगढ़ की जनजातियों का सामाजिक-सांस्कृतिक एवं भाषायी परिदृश्य’ विषय पर व्याख्यान देंगे। श्री कश्यप ने बताया कि इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के प्राध्यापकों और शोध छात्रों को भी अपने-अपने शोध पत्रों के प्रस्तुतिकरण के लिए आमंत्रित किया गया है।
श्री कश्यप ने यह भी बताया कि आदिवासी महोत्सव में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आमंत्रित आदिवासी लोक नर्तक दलों की प्रतियोगिताएं भी होंगी। इनमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले नर्तक दलों को पुरस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि महोत्सव में उत्तरपूर्वी राज्यों के सांस्कृतिक दलों के द्वारा अपने आंचलिक लोकनृत्य भी प्रस्तुत किए जाएंगे, जिनमें असम का बिहू नृत्य, त्रिपुरा का होजगिरी, मिजोरम का चेरव नृत्य सहित नागालैण्ड, मणिपुर, अरूणाचल प्रदेश और मेघालय के लोकनृत्य भी विशेष आकर्षण होंगे। श्री कश्यप ने बताया कि आयोजन में आदिवासी ओलम्पियाड भी होगा, जिसमें नागरिकों और छात्र-छात्राओं द्वारा कबड्डी, तीरंदाजी, गेड़ी दौड़, गुलेल, घड़ा दौड़, फुगड़ी आदि लोक-खेलों की प्रतियोगिताएं होंगी। इनमें विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
महोत्सव स्थल पर विकास प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा जनजातीय समुदायों की प्रतिभाओं का भी सम्मान किया जाएगा। आयोजन स्थल पर आदिवासी फूड फेस्टिवल भी होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ी व्यंजनों और आदिवासी व्यंजनों का आनंद लिया जा सकता है।
आदिम जाति विकास मंत्री ने बताया कि शुभारंभ समारोह में दस दिसम्बर को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री नंद कुमार साय और छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनके साथ प्रदेश के स्कूल शिक्षा, आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप, गृह, जेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा, कृषि और जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चंद्राकर, नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री श्री अमर अग्रवाल, राजस्व और उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, खाद्य और ग्रामोद्योग मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले, लोक निर्माण, आवास और पर्यावरण मंत्री श्री राजेश मूणत, महिला और बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, संस्कृति पर्यटन और सहकारिता मंत्री श्री दयालदास बघेल, वन तथा विधि मंत्री श्री महेश गागड़ा और श्रम तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री भईयालाल राजवाड़े समारोह में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
श्री कश्यप ने बताया -महोत्सव के शुभारंभ समारोह में राज्यसभा सांसद श्री रामविचार नेताम, लोकसभा सांसद सर्वश्री दिनेश कश्यप, विक्रम उसेंडी, और कमल भानसिंह, राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री जी.आर. राना, सरगुजा एवं उत्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री राजशरण भगत, बस्तर और उत्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री भोजराज नाग, संसदीय सचिव सर्वश्री गोवर्धन सिंह मांझी, अम्बेश जांगड़े, शिवशंकर पैकरा, श्रीमती सुनीति राठिया और श्रीमती चम्पादेवी पावले सहित राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की अध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगी। अगले दिन 11 दिसम्बर को आयोजित महोत्सव के समापन समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप करेंगे। समापन समारोह में भी राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री नंदकुमार साय सहित प्रदेश सरकार के सभी मंत्री अति विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे। श्री कश्यप के साथ आयोजन स्थल के निरीक्षण के दौरान राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य श्री विकास मरकाम और संचालक आदिम जाति विकास विभाग श्री जी.आर. चुरेन्द्र भी मौजूद थे।