ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले सैन्यकर्मियों के परिवारों को मिलेगा सहारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
नई दिल्ली : भारतीय सेना पूर्व सैनिक निदेशालय (डीआईएवी) और पूर्व नौसेना उप प्रमुख, दिवंगत वाइस एडमिरल के के नैय्यर की पत्नी श्रीमती वीणा नैय्यर ने सेना, नौसेना और वायुसेना द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के लिए दो करोड़ रुपये की शपथ के प्रावधान वाले एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए । श्रीमती वीना नैय्यर ने सेना के तीन अंगों को दो करोड़ रुपये का चेक भेंट किया, जिसे नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे और एयर ऑफिसर इंचार्ज प्रशासन एयर मार्शल वी पी एस राणा ने सेना मुख्यालय, नई दिल्ली में प्राप्त किया ।
इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) का मुख्य उद्देश्य ड्यूटी के दौरान प्राण गंवाने वाले सैन्यकर्मियों के निकटतम परिजनों के लिए बनाई गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को सुगम बनाना है । इन कल्याणकारी योजनाओं में जान गंवाने वाले सैनिकों के बच्चों और विधवाओं के लिए शिक्षा छात्रवृत्ति और कंप्यूटर अनुदान, विधवाओं की उच्च शिक्षा के लिए अनुदान और विधवाओं तथा ऐसे सैनिकों की बेटियों के विवाह के लिए अनुदान शामिल हैं ।
नौसेना प्रमुख और सेना प्रमुख ने सेना के तीनों अंगों में श्रीमती वीणा नैय्यर के हितकारी योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके नेक कार्य से एक लाख से अधिक बलिदानी सैनिकों की विधवाओं और उनके बच्चों को सम्मानजनक जीवन जीने में सहायता मिलेगी ।
भारतीय सेना पूर्व सैनिक निदेशालय (डीआईएवी) भारतीय सेना के प्राथमिक संगठनों में से एक है जो ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले सैन्य कर्मियों के परिवारों के पुनर्वास और कल्याण की देखभाल करता है । डीआईएवी ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए पिछले 20 वर्षों में लगभग 76,000 लाभार्थियों को तक़रीबन 86 करोड़ रुपये वितरित किए हैं ।
इस अवसर पर एडजुटेंट जनरल लेफ्टिनेंट जनरल हर्ष गुप्ता, आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती वीणा नरवणे और आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की महासचिव श्रीमती सुधा गुप्ता भी उपस्थित थीं ।