सूरजपुर 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ और सहायिकाओं का अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन जारी
JOGI EXPRESS
सरकार का रवैया कार्यकर्ता व सहायिकाओं के प्रति उदासीन
पूर्व में की गई मांगों को भी प्रदेश सरकार ने किया अंदेखा
सूरजपुर,अजय तिवारी – प्रदेश सरकार को बार बार अपनी समस्याओं से अवगत करा कर थक चुकी प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने पुनः 10 सूत्रीयों मांगों लेकर प्रदेश भर में अनिश्चीत कालिन धरना प्रदर्शन कर रहीं है। आगामी चुनाव के मददेनजर जहां प्रदेश सरकार ने लुभावने यौजनाओं एंव नई सौगातों के साथ प्रदेश में पुनः एक बार स्थापीत होने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है तो वहीं इन धरना प्रदर्शनों को देखकर कहा जा सकता है की प्रदेश सरकार अर्धशासकिय कर्मचारीयों का शौषण करने में भी पिछे नहीं है। हम बात कर रहे है प्रदेश भर में चल रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के धरना प्रदर्शन की परन्तु छत्तीसगढ़ राज्य सरकार इन प्रदर्शनों को लगातार अंदेखा करते आ रही जिसका असर निश्चित तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है। गौरतलब हो कीे प्रदेश भर में 01 दिसम्बर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं का धरना प्रदर्शन जारी है इसके तहत सूरजपुर जिले की भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका धरने में जिसके फलस्वरूप जिले भर के आंगनबाड़ीयों में ताला लटक रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकार्ता सहायिकाओं ने मांग की है की कार्यकार्ता और सहायिका को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाये तथा कार्यकर्ताओं को न्यूनतम वेतन 18000 रूपये प्रतिमाह एवं सहायिकाओं को 9000 रूपये प्रतिमाह भुगतान किया जाये, मिनी आंगनबाड़ी में पदस्थ कार्यकार्ताओं की पदस्थापना भी मुख्य आंगनबाड़ी में करते हुए समान वेतन दिया जाये, आंगनबाड़ी कर्मीयों को भी पी.एफ., पंेशन, ग्रेज्यूटी, के साथ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाये तथा बिमा राशी में भी बढोतरी की जाये, मासिक रिपोर्ट भेजने पर आने वाले खर्च का भी भुगतान किया जाये, उम्र का बंधन हटाते हुए शत् प्रतिशत पदोन्नति करते हुए रिक्त पदो में नियुक्ती की जाये, जिन आंगनबाड़ी कर्मीयों की सेवा अवधि 15 वर्ष पूर्ण हो चूकी है उन्हे उन्नयन हेतु वरिष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ सहायिका नामक पदों का सृतन कर मानधन/वेतन मद से नविन निती बनायी जाये तथा मानदेय एवं पोषणहार का भुगतान भी प्रतिमाह सुनिश्चीत किया जाये साथ ही साथ दुर्गम एवं कठिन क्षेत्रों में पदस्थ आंगनबाड़ी कर्मीयों को कठिनाई भत्ता का भुगतान भी किया जाये।
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