रसोई गैस और पेट्रोल-डीजल के बढ़ती कीमतो पर चुप क्यों है स्मृति ईरानी- संतोषी बंजारे
रायपुर जिला पंचायत के पूर्व सदस्य एवम जिला कांग्रेस कमेटी रायपुर ग्रामीण अनुसूचित जाति विभाग के पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीमती संतोषी पप्पू बंजारे ने पेट्रोल,डीजल,रसोई गैस के दामो में बढ़ती हुई कीमतों के लिए केंद्र की मोदी सरकार के खराब प्रबंधन और मुनाफाखोरी को जिम्मेदार ठहराया. मोदी सरकार पर आम लोगों की फिक्र नहीं करने का आरोप लगाया। पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती बंजारे ने सवाल किया कि यूपीए सरकार के समय सिलेंडर लेकर सड़क पर बैठने वाली बीजेपी नेत्री स्मृति ईरानी अब चुप क्यों हैं? ‘पिछले 10 दिनों के भीतर इस सरकार ने रसोई गैस के सिलेंडर में 75 रुपये की बढ़ोतरी की है. चार फरवरी को 25 रुपये बढ़ाए गए थे और अब 50 रुपये बढ़ा दिए गए. यही नहीं, दो महीने के भीतर सिलेंडर की कीमत में 175 रुपये की बढ़ोतरी की जा चुकी है. आज के समय में रायपुर में एक सिलेंडर 850 रुपये का बिक रहा है।
श्रीमती बंजारे ने दावा किया, ‘कांग्रेस सरकार के समय एक सिलेंडर की कीमत 400 रुपये के करीब थी. उस समय कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा थी, लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रित रखा गया था. अब पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें आसमान छू रही हैं. इस सरकार के कुप्रबंधन के कारण देश को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है.’ कांग्रेस नेत्री श्रीमती बंजारे ने आरोप लगाया, ‘यह सरकार डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को आठ गुना और पेट्रोल पर ढाई गुना बढ़ा चुकी है. इस सरकार की कृपा है कि देश ने पेट्रोल की कीमत के मामले में शतक लगा दिया है और नया कीर्तिमान गढ़ दिया है. ऐसा लगता है कि इस सरकार को आम आदमी की रत्ती भर फिक्र नहीं है.’ उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार का काम ‘मुनाफाखोरी’ करना है?
स्मृति ईरानी पर तंज कसते हुए श्रीमती बंजारे ने कहा ‘कांग्रेस की सरकार में कीमत 10 रुपये बढ़ने पर सिलेंडर लेकर सड़क पर उतरने वाली स्मृति ईरानी से पूछना चाहती हूं कि क्या आज सत्ता का सुख इतना बड़ा हो गया है कि वह बोल भी नहीं पा रही हैं? ‘ साथ ही उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार से मांग कि बढ़ी हुई कीमतें वापस ली जाएं और एक्साइज ड्यूटी कम करके लोगों को राहत दी जाए।