चिरमिरी मासूमो की जान से खिलवाड़ टीकाकरण मिशन पर अव्यवस्था पड़ रही भारी
जोगी एक्सप्रेस
चिरमिरी . नन्हे नन्हे बच्चो को लगाये जाने के अतिमहत्वपूर्ण मिशन टीकाकरण को अव्यवस्थाओ ने घेर रखा है . स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तहत राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जन्मे नवजात शिशु से लेकर 5 वर्ष के बच्चों को बीसीजी , पोलियो , डीपीटी , हेपेटाइटिस के बूस्टर और ड्रॉप्स पिलाये जाने के सुनियोजित और सतत चलने वाली योजनाओं का क्रियान्वयन विभिन्न शासकीय अस्पताल ,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों आंगनबाड़ीयो के माध्यम से क्रियान्वित किया जाता है . इन अति आवश्यक सेवाओं को एएनएएम व मितानिन द्वारा हितग्राहियों बच्चो को बूस्टर वैक्सीन इंजेक्शन और ड्रॉप के माध्यम से टीकाकृत किया जाता है . पर यदि इन टीकाकरण केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में निर्धारित टीकारण बूस्टर ही उपलब्ध न कराया जाय तो नन्हे नन्हे बच्चो के साथ अभिभावक को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है . इसी तारतम्य में चिरमिरी शहर के गोदरीपारा रीजनल अस्पताल में स्थापित टीकाकरण केंद्र में देखने को मिला . गोदरीपारा 6 वार्डो का आबादी बहुल क्षेत्र है|
वहां सुबह 10 बजे से अभिभावक अपने छोटे छोटे बच्चो को निर्धारित टीका लगाने पहुंचे लगभग 2 घंटे इन्तजार करने के बाद उपस्थिक टीका लगाने वाले कर्मचारी द्वारा यह कहा जाता है कि फलां बूस्टर ख़त्म हो गया है काफी होहल्ला के बाद यह भी बताया गया कि हमें तो केवल 10 यूनिट बूस्टर ही उपलब्ध कराया गया था . अव्यवस्था का आलम ये है कि कई अभिभावक तो यह भी कह रहे थे की उन्हें बूस्टर खत्म होने तीन चार सप्ताह से वापस जाना पड़ रहा है . जिम्मेदार अधिकारी तत्काल बूस्टर वैक्सीन टीका केंद्र में पहुंचवाने की बात कहते रहे किन्तु सुबह 10 बजे से नन्हे बच्चो को लेकर आये अभिभावक 1 बजे तक इन्तजार करते रहे किन्तु दवा नही पहुँच पाई . बताया यह भी जा रहा की उक्त टीकाकरण केंद्र में नियमित रूप से तैनात महिला एएनएम को खड़गवां में अटैच किया गया है जिसके कारण भी नए कर्मचारी को टीकाकृत बच्चो की संख्या का अनुमान नही होने से भी ऐसी स्थिति उतपन्न हो रही है . बहरहाल मामला कुछ भी हो किन्तु यदि अति आवश्यक सेवाओं पर भी जिम्मेदारी का विकेंद्रीकरण कर अपना पल्ला झाड़ा जाये तो न केवल नन्हे बच्चो के स्वास्थ्य से खिलवाड़ अपितु शासन द्वारा बनाये गये व्यवस्थों पर कुष्ठाघाट होगा .
* इनका कहना है —————-
इस संबंध में जानकारी देने पर उन्होंने बताया कि टीकाकरण छग शासन की अतिआवश्यक सेवाओ की श्रेणी में आता है और हमारे ब्लाक में पर्याप्त टीकाकरण बूस्टर व दवाइयां उपलब्ध है और यदि इस प्रकार की किसी भी अव्यवस्था की बात आई है तो निश्चय रूप से अधिनस्त कर्मचारियों की लापरवाही है . मामला संज्ञान में आया है कोताही बरतने वाले किसी भी कर्मचारी को बख्शा नही जाएगा .
* डॉ कुजूर ब्लाक चिकित्सा अधिकारी —————-
श्रीपत राय संभागीय प्रतिनिधि जोगी एक्सप्रेस छत्तीसगढ़