भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना में पी.पी.पी मॉडल से होगी ईथेनाल प्लांट की स्थापना
रायपुर/3 सितम्बर 2020/भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना कवर्धा में पी.पी.पी मॉडल से ईथेनाल प्लांट शीघ्र स्थापित किया जाएगा। सहकारी क्षेत्र में...
रायपुर/3 सितम्बर 2020/भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना कवर्धा में पी.पी.पी मॉडल से ईथेनाल प्लांट शीघ्र स्थापित किया जाएगा। सहकारी क्षेत्र में...
रायपुर 3 सितंबर 2020 जिले में कुपोषित शिशुओं को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केंद्र के माध्यम से मां को पोष्टिक...
रायपुर/3 सितम्बर 2020/मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में राज्य जल संसाधन उपयोग समिति...
अर्जुनी – अंचल में गणेशोत्सव धूमधाम से मना, अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमाओं का सुबह से दोपहर...
रायपुर 3 सितम्बर 2020/राज्य में राष्ट्रीय पोषण माह 2020 का आयोजन एक सितम्बर से 30 सितम्बर तक किया जा रहा...
रमन सिंह VS भाजपा कार्यकर्ताओ की लड़ाई,सड़कों पर आयी – कांग्रेस कांग्रेस भूपेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रदेश भाजपा...
पशु चिकित्सा विभाग ने मवेशियों के इलाज हेतु फोन नम्बर भी किये जारी। अर्जुनी – बलौदाबाजार कलेक्टर सुनील कुमार जैन...
पलायन का दंष झेल रहे चिरमिरी वासियों पर दोहरी मार…? हो सकते है घर से बेघर, एसईसील के 750 के...
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने समाचार एजेंसी पी0टी0आई0 भाषा के पत्रकार श्री अमृत मोहन केनिधन...
रायगढ़,गोधन न्याय योजना के संचालन को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिये चिप्स के द्वारा एक विशेष एप विकसित किया गया है। जिसके माध्यम से योजना से जुड़े सभी लोग गतिविधियों का अवलोकन कर सकेंगे। वर्तमान में इसका संचालन एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जा रहा है जिसे और अधिक यूजर फ्रैडली बनाने के लिये यह एप बनाया गया है। इसके संचालन हेतु प्रत्येक गौठान में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जायेगा। इस एप में यह व्यवस्था है कि गोबर विक्रेताओं का पंजीयन डेटा संधारित रहेगा तथा खरीदी उपरांत सिर्फ उसकी मात्रा की एन्ट्री करनी होगी। दिनांक 6 सितंबर से गोबर की खरीदी चिप्स की एप के माध्यम से ही की जायेगी। जिन विक्रेताओं का पंजीयन नही हुआ है उनका पंजीयन भी तत्काल गोठान में ही किया जा सकेगा और उसके बाद खरीदी की जा सकेगी।इस एप में गोबर स्व-सहायता समूहों को देने, उनसे खाद प्राप्त करने और खाद का विक्रय करने के माड्यूल भी जोड़े जा रहे हैं जिससे पूरी योजना का ठीक प्रकार से क्रियान्वयन हो सके और उसकी मानिटरिंग की जा सके। चिप्स द्वारा एक हितग्राही एप भी बनाया है जिसे डाउनलोड करके गोबर विक्रेता उनके द्वारा बेचे गए गोबर और उन्हें प्राप्त बैंक भुगतान की जानकारी वे देख सकेंगे। एप के संचालन हेतु प्रत्येक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।