November 23, 2024

Month: September 2020

भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना में पी.पी.पी मॉडल से होगी ईथेनाल प्लांट की स्थापना

रायपुर/3 सितम्बर 2020/भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना कवर्धा में पी.पी.पी मॉडल से ईथेनाल प्लांट शीघ्र स्थापित किया जाएगा। सहकारी क्षेत्र में...

मां को मिल रही पोष्टिक आहार बनाने की सीख कुपोषित शिशुओं को मिल रहा पोष्टिक आहार

रायपुर 3 सितंबर 2020 जिले में कुपोषित शिशुओं को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केंद्र के माध्यम से मां को पोष्टिक...

नवागांव में जमुनिया नाला तो अर्जुनी के स्थानीय तालाबों में धूमधाम से हुआ गणपति विसर्जन

अर्जुनी – अंचल में गणेशोत्सव धूमधाम से मना, अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमाओं का सुबह से दोपहर...

सही पोषण-छत्तीसगढ़ रोशन,सितम्बर माह में जनआंदोलन के रूप में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन

रायपुर 3 सितम्बर 2020/राज्य में राष्ट्रीय पोषण माह 2020 का आयोजन एक सितम्बर से 30 सितम्बर तक किया जा रहा...

रमन सिंह गुट की मनमानी के चलते भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति के खिलाफ कार्यकताओं ने खोला मोर्चा – घनश्याम तिवारी

रमन सिंह VS भाजपा कार्यकर्ताओ की लड़ाई,सड़कों पर आयी – कांग्रेस कांग्रेस भूपेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रदेश भाजपा...

पशुओं को लम्पी स्किन बीमारी से बचाने की सलाह,पशुपालक पशुओं में लम्पी स्किन रोग दिखाई देने पर पशु चिकित्सा विभाग से करें तत्काल सपंर्क

पशु चिकित्सा विभाग ने मवेशियों के इलाज हेतु फोन नम्बर भी किये जारी। अर्जुनी – बलौदाबाजार कलेक्टर सुनील कुमार जैन...

उत्तरप्रदेश : मुख्यमंत्री ने पत्रकार अमृत मोहन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने समाचार एजेंसी पी0टी0आई0 भाषा के पत्रकार श्री अमृत मोहन केनिधन...

गोधन न्याय योजना संचालन के लिये बनाया गया एप : विक्रेता भी देख सकेंगे बेचे गये गोबर की मात्रा व उसके भुगतान की जानकारी

रायगढ़,गोधन न्याय योजना के संचालन को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिये चिप्स के द्वारा एक विशेष एप विकसित किया गया है। जिसके माध्यम से योजना से जुड़े सभी लोग गतिविधियों का अवलोकन कर सकेंगे। वर्तमान में इसका संचालन एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जा  रहा है जिसे और अधिक यूजर फ्रैडली बनाने के लिये यह एप बनाया गया है। इसके संचालन हेतु प्रत्येक गौठान में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जायेगा।  इस एप में यह व्यवस्था है कि गोबर विक्रेताओं का पंजीयन डेटा संधारित रहेगा तथा खरीदी उपरांत सिर्फ उसकी मात्रा की एन्ट्री करनी होगी। दिनांक 6 सितंबर से गोबर की खरीदी चिप्स की एप के माध्यम से ही की जायेगी। जिन विक्रेताओं का पंजीयन नही हुआ है उनका पंजीयन भी तत्काल गोठान में ही किया जा सकेगा और उसके बाद खरीदी की जा सकेगी।इस एप में गोबर स्व-सहायता समूहों को देने, उनसे खाद प्राप्त करने और खाद का विक्रय करने के माड्यूल भी जोड़े जा रहे हैं जिससे पूरी योजना का ठीक प्रकार से क्रियान्वयन हो सके और उसकी मानिटरिंग की जा सके। चिप्स द्वारा एक हितग्राही एप भी बनाया है जिसे डाउनलोड करके गोबर विक्रेता उनके द्वारा बेचे गए गोबर और उन्हें प्राप्त बैंक भुगतान की जानकारी वे देख सकेंगे। एप के संचालन हेतु प्रत्येक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।