वाड्रफनगर की घटना से ही गरीबों को भूख से मुक्ति दिलाने शुरू की गई मुख्यमंत्री खाद्यान्न् योजना

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जोगी एक्सप्रेस 

अम्बिकापुर,  मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि समाज में धार्मिक कार्यक्रम होते रहना चाहिए, जिससे विकास के काम तेजी से होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि यह वही वाड्रफनगर है, जहां पहले रिबई पण्डों के परिवारजनों की भूख से मृत्यु हो गई थी। उस दुःखत घटना को ध्यान में रखते हुए हमने गरीबों को भूख से मुक्ति दिलाने के लिए मुख्यमंत्री खाद्यान्न् योजना शुरू की थी और यह भगवान श्री कृष्ण की सबसे बड़ी कृपा रही कि हमने गरीबों के हित में ऐसी जनकल्याणकारी योजनाएं बना सकें। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने यह विचार आज यहां जनपद पंचायत वाड्रफनगर मुख्यालय के मां महामाया मंदिर प्रांगण में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के समापन अवसर पर  व्यक्त किये।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में मुझे शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने भागवत कथा वाचक पंण्डित विनोद गोस्वामी का स्वागत करते हुए इस भागवत कथा के आयोजक गृहमंत्री श्री रामसेवक पैकरा और उनकी धर्म पत्नी श्रीमती शषिकला पैंकरा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भागवत कथा की पूर्णाहुति तभी होती है जब उसमें श्रद्धालु उपस्थित होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सन् 2012 में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का गठन हुआ था, तब से बलरामपुर-रामानुजगंज और वाड्रफनगर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में अधोसंरचना के अनेक विकास कार्य हुये हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् 4239 आवास बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में स्वीकृत किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इसके आलावा बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के दूरदराज क्षेत्रों में सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण बड़े पैमाने पर कराया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कनेक्टिविटी के क्षेत्र में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में हुये कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यदि मैं पंच सरपंचों से वीडियो कॉन्फ्रेसी के माध्यम से बात करना चाहूं तो वह बलरामपुर-रामानुजगंज जिला है। उन्होंने कहा कि बोनस तिहार के दौरान बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 16242 किसानों को 33 करोड़ 11 लाख रूपये का बोनस वितरित किया गया, जिससे इस क्षेत्र के किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि आगामी 05 दिसम्बर को मैं बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ही शंकरगढ़ में तेन्दूपत्ता बोनस का वितरण करने के लिए आउंगा। उन्होंने कहा कि शत्-प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य किया जायेगा। इसके लिए गरीब अनुसूचित जाति और जनजाति के व्यक्तियों को विद्युत कनेक्शन के लिए केवल आवेदन देना होगा और कोई पैसा देना नहीं होगा तथा उनके घरों में विद्युत कनेक्शन दे दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई घर अंधेरा नहीं रहे, इसके लिए दिसम्बर 2018 तक शत्-प्रतिशत् विद्युतीकरण का कार्य कर लिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का तेजी से विकास हो और यहां के नक्सली समस्या समाप्त हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि गृहमंत्री श्री पैकरा धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और ईश्वर से उन्होंने कामाना कि भगवान उन्हें दीर्घायु बनाये।
इस भागवत कथा के आयोजक गृहमंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने कहा कि इस क्षेत्र में हुई एक सड़क दुर्घटना से बचने पर उन्होंने अस्पताल में रहते हुए वाड्रफनगर में भागवत कथा कराने का संकल्प लिया था। इस संकल्प को पूरा कराने के लिए भागवत कथा का आयोजन किया और इस दौरान इस क्षेत्र के सभी लोगों का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ। श्री पैकरा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गांव, गरीब और किसानों के हित में अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं, जिनका लाभ आमजनता को मिल रहा है। गृहमंत्री ने क्षेत्र के विकास हेतु अनेक विकास कार्य कराने की मांग की तथा क्षेत्र की आवश्यकताओं और जनभावनाओं से अवगत कराया।

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