सरकार न कोरोना के प्रति गंभीर और न ही क्वारेंटाइन सेंटर्स की बदहाली दूर कर रही : भाजपा

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प्रदेश सरकार अगर गंभीर नहीं है तो फिर सत्ता छोड़े, उसे जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ की छूट कतई नहीं : शर्मा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने कोरोना संकट की घड़ी में प्रदेश सरकार की विफलता को लेकर निशाना साधते हुए कहा है कि इस महामारी की रोकथाम में कोई पुख़्ता इंतज़ाम नहीं होने के कारण संक्रमण तेजी से फैलकर प्रदेश में दहशत का माहौल बना रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि बार-बार ध्यान खींचने के बावज़ूद प्रदेश सरकार राजनीतिक नौटंकियों में मशगूल रह इस महामारी के प्रति दुर्लक्ष्य कर रही है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि मंगलवार को फिर एक मरीज और एक नौ वर्षीया बच्ची की मौत ने इस बात की तस्दीक की है कि प्रदेश सरकार न तो कोरोना संदिग्धों के परीक्षण और उपचार के प्रति गंभीर है और न ही प्रदेशभर में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर्स की बदइंतज़ामी और बदहाली को दूर कर वहाँ दुरुस्त इंतज़ाम कर कर रही है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के चलते तीन मौतों के बाद भी सरकार कोरोना संक्रमण के फैलाव को लेकर अगर गंभीर नहीं है तो फिर उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं रह जाता क्योंकि प्रदेश के जनस्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की इस सरकार को छूट कतई नहीं दी जा सकती।भाजपा राज्य सरकार से टेस्टिंग बढ़ाने की मांग करती है जिससे प्रदेश में कॅरोना के विस्फोट को रोका जा सके ।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार रोज़ क्वारेंटाइन सेंटर्स में पुख़्ता इंतज़ामात को लेकर डींगें तो ख़ूब हाँक रही है, पर क्या कभी उसने इन सेंटर्स में झाँककर देखने की ज़रूरत महसूस की है कि इन सेंटर्स की व्यवस्थाओं का ज़मीनी सच क्या है? श्री शर्मा ने कहा कि आज भी इन क्वारेंटाइन सेंटर्स में रह रहे लोगों को न तो निर्धारित मेन्यू के हिसाब से भोजन दिया जा रहा है और न ही उनकी दैनिक ज़रूरतों की चीजें उन्हें मुहैया कराई जा रही हैं। इन सेंटर्स में रखे गए लोगों को न तो पूरा और भरपेट भोजन मयस्सर हो रहा है और न ही स्नानादि दैनिक क्रियाओं के लिए पानी व अन्य दैनिक ज़रूरत की चीजें मुहैया कराई जा रही हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार की लापरवाही के चलते ये क्वारेंटाइन सेंटर्स भी नारकीय यंत्रणा के केंद्र बनकर रह गए हैं जहाँ से लोग भाग रहे हैं, ज़हरीले जीव-जंतु वहाँ रखे गए लोगों की जान के दुश्मन बने बैठे हैं और लोग आत्महत्या जैसे कदम उठाने को विवश हो रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि घोर अव्यवस्थाओं के प्रतीक बन चुके इन क्वरेंटाइन सेंटर्स और परीक्षण-उपचार के प्रति अपनी लापरवाही से बाज आने के बजाय प्रदेश सरकार अपनी शेखी बघारने और बात-बेबात केंद्र सरकार को कोसने में वक़्त जाया करने में ज़रा भी शर्म महसूस नहीं कर रही है और लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने पर आमादा है।

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