मारपीट के बाद भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में 12 तक बंद, टेक्नोरिटी कार्यक्रम रद्द

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भागलपुर

भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में शुक्रवार की देर रात तास खेलने के विवाद में छात्रों के दो पक्षों में मारपीट के बाद तनाव की स्थिति को देखते हुए तत्काल हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया गया है। शनिवार सुबह 11 बजे नोटिस बोर्ड और हॉस्टलों में इसकी सूचना लगा दी गयी। साथ ही कॉलेज में 12 मार्च तक के लिए छुट्टी घोषित कर दी गयी। अब 13 मार्च से कक्षाएं चलेंगी। वहीं कॉलेज में चल रहे टेक्नोरिटी कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया गया है।इस दौरान छात्रों ने हॉस्टल खाली करना शुरू भी कर दिया। जानकारी हो कि होली की छुट्टी सात मार्च से होनी थी। कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. मणिकांत मंडल ने यह आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल छात्रों पर कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार की सुबह ही कॉलेज प्रशासन को इसकी भनक लग गयी कि फिर से छात्र हंगामा करेंगे। वहीं इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को जैसे ही मिली तो डीएसपी राजवंश सिंह व जीरोमाइल थानाध्यक्ष कॉलेज पहुंचे। उन्होंने प्रभारी प्राचार्य से लेकर अन्य अधिकारियों से बातचीत की। साथ ही निर्णय लिया कि तत्काल हॉस्टल बंद कर दिया जाए। 

 

इस दौरान प्राचार्य कक्ष में वरीय शिक्षकों की बैठक बुलायी गयी। छात्रों के दोनों ग्रुप ने कॉलेज प्रशासन के पास अपना पक्ष रखा। इस दौरान दोनों पक्षों को समझाया गया। हालांकि थाना में इसकी लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गयी है। डीएसपी राजवंश सिंह ने कहा कि लिखित आवेदन नहीं आया है। सूचना पर कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य से मिलकर घटना की जानकारी ली है।

 

रोबोटिक कार्यक्रम के दौरान हुई थी झड़प 

कॉलेज में चल रहे टेक्नोरिटी कार्यक्रम के दौरान शुक्रवार को रोबोटिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इसी दौरान सेकेंड ईयर के छात्रों के बीच आपसी झड़प हुई। इसमें थर्ड ईयर और सीनियर छात्र भी घायल हुए। हालांकि शिक्षकों के समझाने पर छात्र मान गए। मगर देर रात ताश खेलने के दौरान दोनों गुट आमने- सामने आए और जमकर लाठी-डंडे से एक दूसरे की पिटाई करने लगे। घायल छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिस समय यह घटना हो रही थी, उस समय कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई भी हॉस्टल नहीं पहुंचा था। छात्र खुद दूसरे छात्र को गाड़ी पर बिठाकर अस्पताल पहुंचा रहे थे। 

 

इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र हर साल करते हैं हंगामा

भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में हर साल हंगामा होता है और उसका असर लगभग एक से डेढ़ माह तक बना रहता है। शुक्रवार की रात छात्रों के दो गुटों में मारपीट से पहले 26 नवंबर 2019 को भी सीनियर पर बदलसूकी का आरोप लगाते हुए जूनियर छात्रों ने एनएच 80 को घंटों जाम रखा था। इसके बाद यातायात तो बाधित हुआ ही कॉलेज का माहौल भी खराब हुआ था। छात्रों ने सीनियर पर रैगिंग का भी आरोप लगाया था। साल 2015 में भी 31 दिसंबर की रात हंगामा हुआ था। इसके बाद 25 दिसंबर 2016 को हंगामा हुआ। 31 मई 2017, आठ अप्रैल 2017, 23 अगस्त 2018 को भी छात्रों ने जमकर बवाल मचाया था।

 

बवाल करने वाले व पुलिसिया कार्रवाई में फंसे छात्र आचरण प्रमाणपत्र को भटक रहे

भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में बवाल करने वाले व पुलिसिया कार्रवाई में फंसे छात्र आचरण प्रमाणपत्र के लिए भटक रहे हैं। अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए ऐसे छात्रों पर कॉलेज प्रशासन ने ब्लैक डॉट लगा दिया था। ऐसे कई छात्र अभी डॉट हटाने के लिए कॉलेज प्रशासन की मिन्नत कर रहे हैं। मगर कॉलेज प्रशासन ने साफ इंकार कर दिया है। सत्र (2015-20) के कई छात्रों ने फर्स्ट और सेकेंड इयर के दौरान परिसर में उपद्रव मचाया था। प्राचार्य डॉ. अचिंत्य ने कहा कि छह से अधिक छात्र मिलने के लिए आए थे। मगर एक बार कॉलेज प्रशासन ने डाट लगा दिया तो फिर उसे बदला नहीं जा सकता है। ऐसे में छात्रों का भविष्य अधर में है। उन्हें भविष्य की चिंता सताए जा रही है। 

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