महशिवरात्रि 2020: 117 सालों बना ऐसा योग, जानें शिवरात्रि पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, शिव मंत्र समेत सब कुछ

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 नई दिल्ली
महशिवरात्रि का पावन पर्व आज श्रद्धा, उल्लास से मनाया जा रहा है। भगवान शिव के दर्शनों के लिए मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। शिवालयों में भोर से दर्शन, पूजन अभिषेक के लिए भक्तों की कतार लगी हुई हैं।  मंदिरों में हर-हर महादेव की गूंज से साथ भक्त भगवान शिव का आशीष प्राप्त कर रहे हैं। शिव उपासक शुभ मुहूर्त में शिवरात्रि के चारों पहर में अभिषेक पूजन करेंगे। इस बार शिव भक्तों को खास संयोग में अभिषेक का अवसर मिल रहा है। इस बार यह पर्व और भी अधिक खास है। 117 साल बाद शिवरात्रि पर शनि अपनी स्वयं की राशि मकर में और शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि मीन में है। यह एक दुर्लभ योग है, जब यह दोनों बड़े ग्रह शिवरात्रि पर इस स्थिति में है। इससे पहले 25 फरवरी 1903 को ठीक ऐसा ही योग बना था और शिवरात्रि मनाई गई थी। 

आज महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। बुध और सूर्य कुंभ राशि में एक साथ हैं। इस वजह से बुध-आदित्य योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन सभी ग्रह राहु-केतु के मध्य रहेंगे। इस वजह से सर्प योग भी बन रहा है। शिवरात्रि पर राहु मिथुन राशि में और केतु धनु राशि में रहेगा। शेष सभी ग्रह राहु-केतु के बीच रहेंगे। सूर्य और बुध कुंभ राशि में, शनि और चंद्र मकर राशि में, मंगल और गुरु धनु राशि में, शुक्र मीन राशि में रहेगा।

महाशिवरात्रि की तिथि और शुभ मुहूर्त 
महाशिवरात्रि की तिथि: 21 फरवरी 2020, शिवयोग ने बढ़ाया महाशिवरात्रि का महात्म्य
महाशिवरात्रि आरंभ – 21 फरवरी शाम 05:22 बजे
महाशिवरात्रि समापन -22 फरवरी शाम 07:03 बजे
शिवयोग का आरंभ:  21 फरवरी 01:32 बजे
शिवयोग का समापन: 22 फरवरी 03: 31 बजे
महानिशीथ काल का आरंभ- 21 फरवरी रात्रि 12:09 बजे
महानिशीथ काल का समापन- 22 फरवरी रात्रि 01:02 बजे

महा शिवरात्रि पर शुक्रवार शाम 6:18 बजे प्रथम प्रहर की पूजा शुरू होगी, द्वितीय प्रहर की पूजा रात्रि 9:29 बजे से, तृतीय प्रहर की पूजा मध्यरात्रि 12:40 बजे से, चतुर्थ प्रहर की पूजा प्रातः 3:53 बजे से शनिवार 22 फरवरी 2020 के सूर्य उदयकाल 7:03 बजे तक रहेगा। इस दौरान भगवान शिव की आराधना से विशेष लाभ मिलेगा।

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