गढ़बो डिजीटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम ई-साक्षरता केन्द्रों में संविधान के महत्वपूर्ण पहलुओं और व्यक्तिगत स्वच्छता पर चर्चा

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रायपुर,  संचालक एवं सदस्य सचिव राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने कहा है कि गढ़बो डिजीटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम के तहत् संचालित ई-साक्षरता केन्द्रों में संविधान के महत्वपूर्ण पहलुओं और व्यक्तिगत स्वच्छता पर शिक्षार्थियों से चर्चा कर उन्हें जागरूक किया जायेगा। श्री शुक्ला ने समग्र शिक्षा संचालनालय के सभागार में संपन्न समीक्षा बैठक में राज्य में संचालित मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम की समीक्षा में प्रदेश के सभी जिलों से उपस्थित जिला परियोजना अधिकारी को इस आशय के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप गुणवत्ता के साथ शत्प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करें। श्री शुक्ला ने जिला अधिकारियों से मुखातिब होकर समस्त केन्द्रों की माॅनीटरिंग करने के निर्देश देते हुए सभी जिला अधिकारियों को स्व प्रेरणा से पहल कर गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन की अपील की।
संचालक ने अपने प्रथम समीक्षा बैठक में सभी जिला परियोजना अधिकारियों को अभिपे्ररित कर कार्यक्रम क्रियान्वयन में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का आह्वान किया। टीम वर्क के साथ कार्य कर छत्तीसगढ़ में संचालित डिजीटल साक्षरता कार्यक्रम को पूरे देश में रोल माॅडल की तरह प्रस्तुत करें। प्रत्येक ई-साक्षरता केन्द्र से चुनिंदा सफलता की कहानी का चयन कर राज्य कार्यालय को पे्रषित करें। उन्होंने पाठ्यक्रम में श्रेष्ठ पालकत्व को प्रमुखता के साथ रेखांकित करने पर जोर दिया, उन्होंने कहा कि पालकत्व कार्यक्रम से पालक अपने बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरूक हो सकेंगे और सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित हो सकेगी।
राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में गढ़बो डिजीटल छत्तीसगढ़ के नोड़ल अधिकारी एवं सहायक संचालक (प्रशासन एवं प्रशिक्षण) श्री प्रशांत कुमार पाण्डेय ने मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन हेतु पाॅवरपाइंट प्रेजेन्टेशन करते हुए कार्यक्रम के लक्ष्य, उद्श्यों एवं उपलब्धि पर विस्तार से प्रकाश डाला। समीक्षा बैठक में सहायक संचालक (योजना एवं वित्त) श्री दिनेश कुमार टांक ने वित्तीय समीक्षा के साथ-साथ श्रेष्ठ पालकत्व, आंखर अंजोर और हमर लईका हमर स्कूल कार्यक्रम के विषय में सारगर्भित जानकारी प्रदान की।
यूनीसेफ के शिक्षा सलाहकार श्री शेषागिरी ने स्कूल शिक्षा एवं प्रौढ़ शिक्षा के आपसी समन्वयों, अंर्तःसंबंध साक्षर पैरेंट, सीख कार्यक्रम, खेल से विकास के बारे में अपनी प्रस्तुतिकरण दिया। इस अवसर पर चिप्स के सलाहकार के रूप में श्री मदन मोहन उपाध्याय, जिला परियोजना अधिकारी श्री उमेश जायसवाल, श्रीमती रश्मि सिंह, श्री गिरीश गुप्ता, श्री रेखराज शर्मा, श्रीमती रजनी नेलसन, सहायक परियोजना अधिकारी श्री चून्नीलाल शर्मा, राज्य स्रोत सदस्य श्रीमती निधी अग्रवाल के साथ-साथ यूनीसेफ के सदस्य चयनित ई-एजुकेटर, सहायक परियोजना अधिकारी एवं स्रोतव्यक्ति उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक के उपरांत श्री एस. प्रकाश पूर्व संचालक एवं सदस्य सचिव, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ को साक्षरता परिवार की ओर से भावभीनी बिदाई दी गई, उन्होंने कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेत शुभकामनाएं पे्रषित की तथा पूर्व में कार्यक्रम के परिणाममूलक क्रियान्वयन में दिये गये सहयोग के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया।

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