भाजपा के सांसद सड़क में किसानों की हित की बड़ी-बड़ी बात करते है लेकिन सदन में इनको सांप सूंघ जाता है

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भाजपा के आंदोलन पर कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया

भाजपा, मोदी शाह के किसान विरोधी महापाप का प्रायश्चित कर रही है

भाजपा नेताओं में हिम्मत है तो किसान विरोधी मोदी शाह का विरोध करे, वादानुसार दिलाये धान की लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य

भाजपा के सांसद सड़क में किसानों की हित की बड़ी-बड़ी बात करते है लेकिन सदन में इनको सांप सूंघ जाता है

रायपुर/07 फरवरी 2020। भाजपा के आंदोलन पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा के आंदोलन को विफल करार देते हुये कहा कि मोदी शाह ने किसानों के साथ जो विश्वासघात किया है। भाजपा मोदी, शाह के किसान विरोधी कृत्य के महापाप का प्रायश्चित कर रही है। मोदी भाजपा ने लोकसभा चुनाव मे स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने एवं आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन छः साल बाद भी बजट में उसका प्रावधान नही कर किसानों के साथ धोखा छल कपट प्रपंच किया।किसान सम्मान निधि के नाम से किसानों का अपमान किया।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के नेता सड़क में किसानों की हित की बड़ी बड़ी बात करते हैं और भाजपा के सांसदो को सदन में सांप सूंघ जाता है जो चुप रहते हैं। 15 साल के रमन सरकार और बीते 6 साल में मोदी की सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं किया। किसानों के नाम से राजनीति करने वाले भाजपा के नेता बताएं जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों को धान का 2500 रू. मूल्य दे रही थी, तब केंद्र के मोदी सरकार ने उसमें अड़ंगा लगाने का काम किया। उस दौरान प्रदेश के राज्यपाल महोदय एवं 20 लाख किसानों ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि सेंट्रल पुल का नियम को शिथिल रखा जाए ताकि राज्य सरकार को धान के 2500 रू. प्रति क्विंटल दाम देने में कोई दिक्कत ना हो। तब भाजपा के 9 सांसद और भाजपा के नेता किस गुफा में छुपे बैठे थे? भाजपा के 9 सांसद और भाजपा नेताओं में हिम्मत है, वास्तविक में किसानों का भला चाहते हैं, मोदी शाह के सामने खड़े होकर छत्तीसगढ़ के किसानों की हित की बात करें।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार पर धान खरीदी में विफल होने का आरोप लगाने वाली भाजपा को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जनता ने जवाब दे दिया। नगरी-निकाय, त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव परिणाम के बाद भाजपा मुंह दिखाने लायक नहीं रही, किसान विरोधी, रोजगार विरोधी भाजपा के नेता अब भाजपा के गिरते राजनीतिक ग्राफ को बचाने किसान हितैषी होने का मुखौटा ओढ़ कर अपनी राजनीति बचाने में उतरे हैं। राज्य निर्माण के तीन साल बाद 15 साल तक सत्ता में भाजपा रही। उस दौरान किसानों के धान को खरीदने और खरीदे हुए धान को सुरक्षित रखने का उपाय करने में असफल रही। धान खरीदी में भ्रष्टाचार घोटाला करने में मास्टर माइंड भाजपा के नेता अब एक साल की सरकार से उम्मीद करते हैं कि रमन सरकार के 15 साल के दौरान हुए महापापों से भाजपा को जल्द मुक्ति मिले। भाजपा को अपने किये महापाप के लिए 15 साल तक प्रयाश्चित करना पड़ेगा।

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