फ्रिक्शनल थैरपी से स्किन बनाती है शाइनी और यंग

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आप यंग हों या उम्रदराज, यह खास मायने नहीं रखता। मैटर करता है आपका लुक। इसी को कुछ खास बनाने की चाहत हर किसी के मन में होती है। इन दिनों फ्रिक्शनल लेजर थैरपी का यूज कर लोग अपनी इसी चाहत को पूरा कर रहे हैं। अमेरिका और ब्रिटेन में तो यह काफी समय से पॉपुलर है ही, लेकिन रिजल्ट्स देखते हुए इसे भारत में भी पसंद किया जाने लगा है।

स्किन पर दाग-धब्बे, मुंहासे और डार्क सर्कल्स जैसी दिक्कतें आज आम हो गई हैं। इससे बचने के लिए हम क्या कुछ नहीं करते लेकिन ज्यादातर आपका किया धरा बेअसर रहता है। इसी वजह से फ्रिक्शनल थैरपी की डिमांड बढ़ रही है। क्या है यह थैरपी जानें।

युवाओं के बीच पॉप्युलर
हर कुछ दिन में स्किन ट्रीटमेंट के लिए क्लीनिक जाना आपको शायद पसंद न हो, लेकिन साफ-सुधरी त्वचा हर कोई चाहता है। एक्सपर्ट स्वाति कहती हैं कि यह थैरपी उन लोगों के बीच तो पॉप्युलर है ही, जिनकी स्किन पर उम्र का असर दिखने लगा है। साथ ही, उन यंगस्टर्स को अट्रैक्ट कर रही है, जो हेल्दी स्किन चाहते हैं। दरअसल, इस थैरपी में यूवी किरणों से होने वाले सेल डैमेज को रिमूव करने के साथ मुंहासे, डार्क सर्कल, टॉक्सिंस, वायरस के इफेक्ट वगैरह से स्किन को सेफ रखा जा सकता है। इसके लिए इस थैरपी में एक रोलर का यूज किया जाता है, जिसमें कई माइक्रो-नीडल्स लगे होते हैं। इन नील्डस के जरिए स्किन में कई तरह के सीरम पहुंचाए जाते हैं, जो स्किन को टाइट करने के साथ रिंकल्स, पिंपल्स, पिग्मेंटेशन और स्कॉर्स दूर करते हैं।

2 से 4 हफ्ते का ट्रीटमेंट
इस थैरपी को करने में मात्र 2 घंटे लगते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इसमें सबसे पहले स्किन को नॉर्मल एनेस्थीसिया दिया जाता है। इसके बाद रिंकल्स व दाग धब्बे वाली जगहों पर स्किन के अंदर सीओ 2 फ्रिक्शनल लेजर रेज और नीडल्स द्वारा सीरम पहुंचाए जाते हैं। इससे ब्लड सेल्स तेजी से ऐक्टिव हो जाते हैं और कोलेजन की मात्रा में तेजी से सुधार होना शुरू हो जाता है। इससे त्वचा में सेल्स का तेजी से रीजेरनेशन शुरू हो जाता है। पूरी थैरपी में 1 से 5 तरह के प्रॉसेस होते हैं और हर प्रॉसेस में 2 घंटे का वक्त लगता है। पूरा ट्रीटमेंट 2 से 4 हफ्ते तक चलता है। स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. सचिन धवन के मुताबिक, इस थैरपी में लेजर लाइट के यूज से मुंहासों और उम्र बढ़ने के साथ आने वाले स्पॉट्स सेल्स को गलाकर उस जगह के ब्लड सर्कुलेशन को नॉर्मल किया जाता है। इससे नए सेल्स बनते हैं।

स्किन नॉर्मल होने में 3-5 दिन का टाइम
थैरपी प्रोसेस पूरे होने के बाद स्किन नॉर्मल होने में 3 से 5 दिन का टाइम लगता है। कुछ लोगों की स्किन में इस दौरान ड्राईनेस आ जाती है और साथ ही हल्की स्वेलिंग भी हो सकती है। कॉस्मेटॉलजिस्ट डॉ. निखिल कहते हैं, 'यह थैरपी फेस की डेड मसल्स को रिमूव करके स्किन को शाइनी और यंग बनाती है। इसका असर एक हफ्ते में ही दिखना शुरू हो जाता है। हालांकि टोटल इफेक्ट आने में करीब छह महीने तक लग जाते हैं।' स्किन को हेल्दी रखने में भी यह थैरपी काम आती है।

ये भी जान लें
1- छोटे-छोटे इंजेक्शन के जरिए मसल्स में लेजर व सीरम भेजा जाता है।
2- इससे रिंकल्स के लिए जिम्मेदार नर्व ब्लॉक हो जाती है और मसल्स पैरालाइज हो जाती हैं।
3- पिगमेन्टेशन वाली स्किन को नॉर्मल करने और शाइन देने में हेल्पफुल।
4- धूप, मुंहासे या उम्र के साथ होने वाले निशानों को हटाने में कारगर।

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