नए साल पर छुट्टियां मनाने गोवा पहुंचे शिवराज सिंह चौहान, समंदर किनारे कूल लुक में दिखे

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भोपाल
ऐसे वक्त में जब मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कड़ाके की ठंड (Cold wave) पड़ रही है पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) छुट्टियां मनाने गोवा (Goa) पहुंच गए हैं. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया में समंदर किनारे टहलते हुए अपना एक वीडियो ट्वीट किया है. इस पोस्ट में शिवराज का अनोखा अंदाज नजर आ रहा है. शिवराज सिंह चौहान ने चेहरे पर काला चश्मा लगा रखा है और हाफ शर्ट और पैंट पहने हुए समंदर किनारे (Shivraj on Sea Beach) टहलते नजर आ रहे हैं. वीडियो के साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने कुछ पंक्तियां भी लिखी हैं. उन्होंने लिखा है, 'सागर की अपनी क्षमता है, पर मानव भी कब थकता है!' शिवराज सिंह चौहान का वीडियो सामने आने के बाद टि्वटर पर उनके स्टाइल को लेकर तरह-तरह के कमेंट आ रहे हैं. कांग्रेस ने उनके इस वीडियो पर चुटकी भी ली है. पूर्व सीएम अपने परिवार के साथ गोवा में छुट्टियां (new year holiday) मना रहे हैं. शिवराज का नए साल में ही वापस भोपाल लौटने का कार्यक्रम है.

वैसे तो शिवराज छुट्टियां मनाने गोवा में हैं, लेकिन राजनीति से दूर नहीं हैं. शिवराज ने कांग्रेस के स्थापना दिवस पर ट्वीट कर गोवा से ही निशाना साधा है. शिवराज ने अपने ट्वीट में लिखा- जब महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को भंग कर दिया जाए तब उन्होंने सही कहा था. आज उनके इस कथन को सार्थक करने का काम प्रजा ने उठा लिया है, बहुत जल्द कांग्रेस के इस वंश परम्परागत ढांचे को उखाड़ फेंका जाएगा. आख़िर क्यों कांग्रेस के 134 वर्ष के इतिहास में क़रीबन 40 वर्षों तक सिर्फ़ एक ही वंश-परिवार का शासन रहा? मोतीलाल जी, जवाहर जी, इंदिरा जी, राजीव जी, सोनिया जी, राहुल जी और प्रियंका जी. सिर्फ़ G! बाक़ियों को तो समय-समय पर सिर्फ़ उनकी सेवा करने का ही सौभाग्य प्राप्त हुआ. हमारे सभी कांग्रेसी मित्रों को स्थापना दिवस की बधाई. सोनिया जी और राहुल जी के जयकारे भी लगाए होंगे. जैसे हमारे जन्मदिवस पर हम आत्मचिंतन करते हैं, वैसे ही आज कांग्रेस मित्रों को चिंतन-मनन जरूर करना चाहिए.

शिवराज सिंह चौहान का ये वीडियो सामने आने के बाद इस पर कांग्रेस ने चुटकी ली है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का बयान सामने आया है. सलूजा ने अपने बयान में कहा है कि जो दूसरों को कंबल ओढ़कर सोने की सलाह दे रहे हैं, वो खुद ठंड में गोवा में समुद्र की लहरों के बीच खुद की भूमिका को लेकर आत्ममंथन कर रहे हैं. इनके लिए तो एक ही बात फ़िट बैठती है- 'तेरा मेला पीछे छूटा, साथी चल अकेला…'

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