गोविंदा-गोविंदा से गूंजा श्याम महोत्सव
रायपुर
रविवार को तिरुपति बालाजी का सजीव मंचन जब मनोज रिया ग्रुप के कलाकारों ने किया और दक्षिण भारतीय परिवेश में सजे-धजे कलाकार धूप और दीप के साथ आरती के बीच जब श्याम महोत्सव में शामिल हुए तो पूरा परिसर गोविंदा-गोविंदा के जयकारे से गूंज उठा। श्री श्याम प्रभ्रु खाटूवाले के 18वें श्री श्याम महोत्सव में देश भर से पहुंचे भजन गायकों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी कि श्रीरामनाथ भीमसेन भवन में श्रद्धालुजन पूरी तरह से भक्ति रस में डूब गए। कोई अपनी जगह छोड?े तक तैयार नहीं था, एक और भजन सुन लेने की उम्मीद में। हारे का सहारा-श्याम प्रभु हमारा की गूंज के बीच जीवंत झांकियां महोत्सव को अतुलनीय बना रहे थे। फूलों की सजावट, श्याम बाबा का अलौलिक श्रृंगार, इत्र की महक के बीच श्री श्याम मंदिर ट्रस्ट कमेटी, खाटूधाम के महंत मोहनदास जी महाराज व देश भर से पहुंचे श्याम भक्त भजनामृत में गोते लगाते रहे।
श्री श्याम प्रचार सेवा समिति के अध्यक्ष प्रभात अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, सर्वेश शर्मा ने बताया कि श्याम बाबा के दरबार में आकर लोग खुद व्यवस्थित हो जाते हैं यह उनकी कृपा है। रविवार को भारी भीड़ उमड़ी थी। छत्तीसगढ़ के बाहर प्रांत से भी भक्तजन पहुंचे हुए हैं।
भजनामृत के कुछ बोल-
हथेली पर रखकर नसीब तू क्यों अपना मुकद्दर ढूंढता है।
तू आ श्याम के दरबार, फिर देख कैसे मुकद्दर हमारा घर ढूंढता है।।
श्याम बाबा तेरे पास आया हूं – चरणों में अरदास लाया हूं।
कैसे नैया होगी पार-टूट गई है पतवार, हारे का सहारा प्रभु-खड़े हैं तेरे द्वार।
ऐसे कई अनमोल भजनों की झड़ी लगी हुई और लोग अपने स्थान पर दोनों हाथ उठाकर श्याम प्रभु के जयकारे लगा रहे थे। बीच-बीच में मनोज रिया ग्रुप के कलाकारों की जीवंत झांकिया मंत्रमुग्ध कर रही है।