अल्पसंख्यक कट्टरता वाले बयान पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी है
नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की 'अल्पसंख्यक कट्टरता' को लेकर दी गई हिदायत पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पूछ डाला कि बंगाल में बीजेपी 18 लोकसभा सीट कैसे जीत गई? उन्होंने ट्वीट कर ममता को जवाब दिया और कहा कि बंगाल में मुसलमानों को मूलभूत मानवीय सुविधाएं मयस्सर नहीं होने पर सवाल उठाना धार्मिक कट्टरता नहीं है।
पिछड़ेपन की बात करना कट्टरता नहीं: ओवैसी
ओवैसी ने ट्वीट किया, 'यह कहना कि बंगाल के मुसलमानों का किसी भी अल्पसंख्यक के मानव विकास सूचकांकों में सबसे खराब में से एक होना धार्मिक कट्टरता नहीं है।' उन्होंने ममता को मई में आए लोकसभा चुनाव नतीजों में बंगाल में बीजेपी को मिली बड़ी सफलता की भी याद दिलाई और पूछा, 'अगर दीदी हम कुछ 'हैदराबादियों' से चिंतित हैं तो उन्हें हमें यह बताना चाहिए कि बीजेपी बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में 18 पर जीत कैसे गई?'
अल्पसंख्यक कट्टरता और 'हैदराबाद वालों' पर बोली थीं ममता
लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी की यह प्रतिक्रिया ममता बनर्जी के उस बयान पर आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि पहली बार अल्पसंख्यों के बीच कट्टरपंथी होने की बात कहते हुए ऐसे तत्वों को तवज्जो नहीं देने की हिदायत दी थी। ममता ने हिंदू बहुसंख्यक आबादी वाला इलाका कूच बिहार में ओवैसी या उनकी पार्टी का नाम लिए बिना कहा था, 'मैं देख रही हूं कि अल्पसंख्यकों के बीच कई कट्टरपंथी हैं। इनका ठिकाना हैदराबाद में है। आप लोग इन पर ध्यान मत दें।' हालांकि, हैदराबाद के जिक्र से स्पष्ट है कि ममता के निशाने पर कौन था। यही वजह है कि ओवैसी ने भी सामने आने में देर नहीं की।