छत्तीसगढ़ में रेत मुरुम ,गिट्टी ओवर लोड वाहनो पर अभी कार्यवाही नहीं ,लूट खसोट है जारी, किस के इशारो पर चल रहा ये गंदा खेल

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रायपुर ,परिवाहन विभाग व खनिज विभाग  के रहमोकरम पर बेरोकटोक ओवरलोड रेत मुरुम ,गिट्टी लदे ट्रकों का आवागमन बदस्तूर जारी है, परिवाहन विभाग व आर टी ओ ,विभाग द्वारा ओवरलोड ट्रको की जांच व कार्यवाही के नाम पर महज खानापूर्ति कर रहा है ,वही ओवरलोडिंग से सड़के भी खराब हो रही किन्तु सरकार के  निर्देश परिवाहन विभाग नही मान रहा है ,जानकारों की माने तो आरटीओ, यातायात एवं खनिज विभाग की मिलीभगत से शासन को लग रहा लाखों रुपए का चूना !  नियम कानून ताक में रखकर छत्तीसगढ़ में गाड़ियां गिट्टी,रेती ,मुरुम ओवरलोड करके चल रही हैं जिससे  शासन को करोडो रुपए की राजस्व छति  हो रही है! गाड़ी मालिक नियम विरुद्ध  गाड़ी की भार छमता से अधिक परविहन कर रहे है जो की पूरी तरह से गलत है! कुछ खदान मालिक तो भार छमता से अधिक की रायल्टी भी मुहैया करा रहे है, जिसका खनिज जांच चौकी मे इंट्री कर छोड़ा जा रहा है साथ ही इन गलत तरीके से कटे रायल्टी के बेस पर क्लियरेंस सर्टिफिकेट खनिज विभाग से जारी कर दिया जाता है जिससे ओवरलोड को बढ़ावा मिल रहा है,वही खुले आम लिखित मे शासन प्रशासन के नियमों का मज़ाक बनाया जा रहा है

ओवर लोड के लिए लगाया जाता है पटरा पर यह बात  विभाग को नहीं मालूम 
सभी विभगीय अधिकारियो को पता है की पटरा लगी गाड़ी पूरी तरह से नियमों के विरुद्ध है इसके बावजूद किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं करना समझ से परे है!

किस की शह पर चल रहा खेल ?

सूत्रों की माने तो बालू मुरुम गिट्टी के राजस्व की चोरी खुद खनिज विभाग करवाता है सभी विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से अनवरत चलता है ये खेल बालू मुरुम गिट्टी के राजस्व की चोरी सर्वाधिक खुद खनिज विभाग करवाता है । ऐसा भी नही है कि इस चोरी मे अकेला खनिज विभाग शामिल है इसमे परिवहन विभाग की भूमिका अहम है ।परिवहन विभाग सडको पर चलने वाले समस्त वाहनों पर नियन्त्रण रखने का कार्य करता है , और जब वही अपनी भूमिका का सही निर्वाहन नही करेगा तो सडको पर अफरातफरी , एक्सीडेंट , अवैध परिवहन सहित ओवर लोड आदि होगा । परिवहन विभाग ओवरलोड ट्रको की निकासी मे अपने दलालों के जरिए प्रतिमाह मोटी रकम वसूलता है !
सूत्रों ने बताया की कई अधिकारियो ने  इस खेल में अपने गुर्गो को लगाया हुआ है जो बाकायदा नेटवर्क फैला कर अपने विश्वस्त लोगो द्वारा लोकेशन का खेल भी चालू कर रखे उनके विस्वसनीय  उनको खबर करते है की फला नंबर की गाडी में माल छमता से अधिक है और फला साहब की गिद्ध दृष्टी पलक झपकते ही उस पर टूट पड़ती है ,जिस से जितना बन पड़ा राजसात और बड़ी कार्यवाही का भय दिखा कर मोटर मालिक को लूट लिया जाता है ,

सब कुछ साफ़ बस  इरादों में खोट 

सूत्रों की माने तो अवैध ओवरलोड परिवहन सरकारी राजस्व को सेंध लगाते हुए गौण खनिज (रेती, गिट्टी, मुरूम आदि) के लिए चलाए जा रहे हैं। ओवर लोड वाहनों पर प्रादेशिक परिवहन कार्यालय की चुप्पी ? अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से रेती, गिट्टी आदि का परिवहन कर रहे ट्रकों को ओवरलोड चलने के लिए लाखों की दलाली वसूली जा रही है। वहीं कुछ दलालों द्वारा मोटर मालिकों पर अवैध ओवरलोड इंट्री का दबाव बनाया जाता है। इंट्री न देने पर वाहन को ट्रेस कर बनावटी कार्रवाई की जाती है। ऐसे में मजबूरन दबाव में आकर मोटर मालिक को दलाली देनी पड़ रही और फिर बालू मुरुम गिट्टी धड़ल्ले से ओवरलोड कर ले जाया  जाता  है। ज़िले के साथ सिटी में ओवरलोड वाहनों के पर लगाम नहीं दिख रह है।

इसमे नुकसान किसका 

24 घंटे सड़कों पर ओवरलोड वाहन दौड़ते रहते हैं। कई  दुर्घटना हो चुकी है। इसके बाद भी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी गंभीरता से ध्यान देने को तैयार नहीं। जिसके कारण अंडर लोड परिवहन करने वाले मोटर मालिकों का नुकसान हो रहा  है । आरटीओ विभाग को सूचना देने के उपरांत भी  ओवर लोड वाहनों पर कारवाई नही की जा रही है। ​ऐसा नहीं है कि आरटीओ अधिकारियों के ध्यान में यह बात नहीं है. बावजूद इसके सारा परिवहन विभाग आंखें मूंदकर यह अवैध परिवहन की खुली छूट किस नियम के तहत दे रहा है ।

रामराज्य की कहानी बताता विभाग 
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद भी हालात जस के तस हैं। चुनाव में बड़े-बड़े वादे के ऐलान हुए। उसको लेकर लोगों की उम्मीदें भी खूब थीं। क्या बदलाव आया है, कितने काम नए शुरू हुए हैं। भ्रष्टाचार पर कितनी नकेल कसी है, यह तो कहना अभी मुश्किल होगा है।वही अभी तक किसी भी वाहन पर राजसात की कार्यवाही न होना रामराज्य की पूरी कहानी बया कर रहा,प्रदेश में वैध और अवैध अब यहाँ विभागों में तैनात अधिकारी करते है ,मजाल है की कोई नेता इस पर बात कर सके ,उल्टा अधिकारी ही नेता पर भारी पड़ते नज़र आते है

 

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