September 20, 2024

चिरमिरी में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा निःशुल्क साप्ताहिक ध्यान सत्र का आयोजन, महापौर ने योग दिवस पर दी सहमति,

0

जोगी एक्सप्रेस 

ए. एन. अशरफ़ी

चिरमिरी – नगर निगम चिरमिरी क्षेत्र में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आगामी 29 जून से प्रत्येक गुरूवार को सायं छ: से सात बजे तक एक घण्टे का ध्यान सत्र आयोजन होगा। इसके लिए महापौर के. डोमरू रेड्डी में योग दिवस के दिन बकायदा इसे हरी झण्डी देते हुए चिरमिरी के हृदयस्थल हल्दीबाडी के भैंसा दफाई स्थित सामुदायिक भवन में इस नि:शुल्क योग सेंटर को संचालित करने की सहमति देते हुए शहरवासियों से योग के मूल तत्वों को सीख कर शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से तृप्त होने का अनुरोध किया है। उन्होने कहा कि योग विद्या अपने साँसों पर नियंत्रण करते हुए मनुष्य को प्रकृति के साथ मिलकर सम्पूर्ण अस्तित्व को समझ के साथ जीना सिखाती है, जो शांति और समृध्दि के लिए आवश्यक है। जिसको स्वयं को देखकर, समझकर हर मानव को अपनाना होगा, तभी आज के विभिन्न विकृतियों से दूर एक स्वस्थ पारिवारिक समाज का निर्माण होगा, जो हमें समाधान के साथ सुख के साथ, तृप्ति के साथ, अभावमुक्त तरीके से जीते हुए खुशी के पल दे सकेगा।
आर्ट ऑफ लिविंग  रविशंकर महाराज द्वारा विश्व के 150 से ज्यादा देशों में कार्यरत हैं। वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा के साथ तनावमुक्त और हिंसा मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में निरंतर प्रयास ही संस्था का मुख्य उद्देश्य है। संस्था से सम्बद्ध टीचर्स और वालिटियर्स इसके लिए जी जान से मुस्कुराते हुए जुटे रहते हैं, जो इसे एक अलग पहचान प्रदान करती है। आर्थिक और तकनीकी प्रगति के इस दौर में एक प्रतिष्ठापूर्ण स्तर को प्राप्त करने और उसे बनाऐ रखने की चुनौतियों से आज समाज का कोई भी वर्ग अछूता नहीं है। इन चुनौतियों से उत्पन्न मानसिक तनाव ने मन की शांति और सम्बंध मधुरता को भी कुछ हद तक क्षति पहुंचाई है।
ऑफिस, बच्चों की पढाई, पेशे और व्यवस्था की कठिनाइयां, न्यूक्यिलियर फैमिली, रिश्तों को सहेजने सम्हालने की चिंता ने तनाव को बढ़ाया है। तनाव से लोग मुक्ति के लिए टीव्ही सिनेमा सैर-सपाटा, पर्यटन आदि का सहारा लेते हैं, पर इसके लिए बहुत समय और धन की आवश्यकता होती है। कई बार यही सब चीजें तनाव को और बढ़ा देती है या नए तनावों को जन्म देती हैं।
दरअसल लोगों को तनाव से मुक्ति का सरल, सहज उपाए पता नहीं है। मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान ही सबसे कारगर, सरल, मुक्त उपाय है। ध्यान और उनके लाभों को पहुँचने के लिए श्रीश्री ने ” हैप्पीनेस सेंटर” प्रोजेक्ट की संकल्पना की ओर उसे मूर्त रूप देने और उसे साकार करने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग टीचर्स और वालिन्टियर्स को प्रेरित किया। जिसके तहत “हैप्पीनेस सेन्टर” की स्थापना और हर सप्ताह एक दिन गुरूवार को सामूहिक ध्यान का आयोजन किया जा रहा है। ताकि लोग ध्यान से सीधे तनाव मुक्त शांति युक्त खुशहाल जीवन जीए । यह सब सप्ताह में एक दिन एक घंटे का निः शुल्क 15 वर्ष से अधिक सभी लोगों के लिए होगा। जहॉं लोगो को ध्यान के बारे में बताया जायगा और अभ्यास भी कराया जाएगा।
चिरमिरी में ध्यान सत्र – हैप्पीनेस सेंटर का संचालन आर्ट ऑफ लिविंग की प्रशिक्षित वांलिटियर अंतरा दीदी करेंगी। इसके लिए हैप्पीनेस सेन्टर की स्थापना  भैसा दफाई, राधाकृष्ण मंदिर के सामने सामुदायिक भवन में किया गया है। ध्यान हम करे और औरों को भी करवाएं। हैप्पीनेस सेंटर के साप्ताहिक ध्यान सत्र में आएं। तनाव घटाएँ, मुस्कान को अपनी पहचान बनाएँ।
शांति और ख़ुशी की गहनतम अनुभूति और तनाव मुक्ति जीवन की दिशा में बढ़ते कदम सामूहिक ध्यान सत्र आयोजन को महापौर ने भी सराहना करते हुए अपने स्तर पर हर सहयोग करने का आश्वासन देते हुए कोयलांचल के लोगों से योग अभ्यास के इस साप्ताहिक शिविर का लाभ लेकर ऋषिमुनियों के कठिन तपस्या से प्राप्त योग के अचूक शक्तियों को सीख कर पारिवारिक एवं सामाजिक खुशी के पलों को सहेजने का आग्रह किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *