प्रवीण तोगड़िया को अयोध्या में मिली एंट्री, अनशन पर बैठे

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अयोध्या : अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को आखिरकार फैजाबाद जिला प्रशासन ने अयोध्या में प्रवेश दे दिया है। इससे पहले तोगड़िया के काफिले के वाहनों को अयोध्या के बाहर ही हाइवे पर रोका गया। महंत रामचंद्र दास परमहंस के समाधि स्थल की ओर 40 से 50 समर्थकों के साथ तोगड़िया पैदल रवाना हुए।

वहीं, इसके बाद तोगड़िया सरयू तट पर परमहंस दास की समाधि पर कार्यकर्ताओं के साथ अनशन पर बैठ गए। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वाहनों और उनके समर्थकों को अयोध्या में आने से रोका गया है। अनशन कर रहे तोगड़िया ने कहा है कि जब तक कार्यकर्ताओं को भोजन और रहने की व्यवस्था प्रशासन नहीं करेगा, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।

प्रवीण तोगड़िया ने इस दौरान जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘राम भक्तों के भोजन सामग्री से लदे ट्रक को अयोध्या के बाहर रोका गया है। राम भक्तों को अगर भोजन नहीं मिलेगा तो मैं खुद भी भोजन नहीं करूंगा।’

साथ ही तोगड़िया ने सरयू तट के किनारे खुले आसमान के नीचे ही रात गुजारने का ऐलान किया। प्रशासन पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि 23 अक्टूबर को सुबह 10 बजे संकल्प सभा होगी। 22 अक्टूबर को साधु-संतों से मिलकर रणनीति तय की जाएगी।’

इससे पहले तोगड़िया के अयोध्या कूच के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन ने अपनी रणनीति बदलते हुए उन्हें अयोध्या में सरयू स्नान और दर्शन करने की इजाजत दी थी। हालांकि तोगड़िया को सभा और अनशन करने की इजाजत नहीं दी गई है। तोगड़िया ने 22 और 23 अक्टूबर को अयोध्या में जनसभा का ऐलान किया था।

सीओ अयोध्या राजू कुमार साव के मुताबिक तोगड़िया के कार्यक्रम को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। उन्होंने बताया कि अयोध्या दर्शन करने हजारों लोग रोजाना आते हैं। किसी को रोका नहीं जाता। ऐसे में तोगड़िया के भी दर्शन, स्नान और पूजन पर किसी तरह की रोक नहीं लगी है। पूरी सुरक्षा में वे दर्शन और सरयू स्नान कर सकेंगे।

इस बीच प्रशासन से टकराव की आशंका को देखते हुए अयोध्या में खास सतर्कता बरती जा रही है। बता दें कि हाल ही में विश्व हिंदू परिषद के पूर्व नेता तोगड़िया ने एएचपी नाम से संगठन का ऐलान किया था। तोगड़िया लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर राम मंदिर निर्माण में देरी का आरोप लगाते हुए निशाना साधते रहे हैं।

(साभार : नवभारत टाइम्स )

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