छत्तीसगढ़ सहयक शिक्षक फेडरेशन 30 सितंबर को रायपुर में धिक्कार रैली का किया एलान

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रायपुर।अब “मोर्चा” और “फेडरेशन” खुलकर आमने-सामने आ गया है। चुनावी वर्ष को देखते हुए राज्य सरकार ने शिक्षाकर्मियों के संविलियन का एक बड़ा फैसला लिया था लेकिन यह संविलियन सरकार के लिए आफत, मुसीबत और गले की हड्डी बन गई है। चूंकि सरकार ने जिस उम्मीद के साथ शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया था, उस उम्मीद पर अब पूर्णतः पानी फिर गया है क्योंकि सरकार ने 1,40,000 शिक्षाकर्मियों को साधकर उनका वोट लेना चाहती थी। इसीलिए संविलियन का घोषणा किया था। पर संविलियन का ये दांव, अब राज्य सरकार को उल्टा पड़ गया है, क्योंकि संविलियन में भारी विसंगति के चलते प्रदेशभर के 1,09,000 सहायक शिक्षक एलबी/पंचायत संवर्ग, राज्य सरकार से भारी नाराज एवं भयंकर आक्रोशित है।
इसी के चलते “छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन” द्वारा अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर विगत 25 सितम्बर से राजधानी रायपुर के ईदगाह भांठा मैदान में संभागवार अनिश्चिचितकालीन क्रमित आंदोलन किया जा रहा है। ईदगाहभांठा में शनिवार को राजनादगांव संभाग से हजारों शिक्षक 5 वे दिन क्रमिक हड़ताल में राजधानी में जुट रहें।


उधर “शिक्षक मोर्चा” के प्रदेश संचालक विरेन्द्र दुबे एवं केदार जैन ने 30 सितम्बर को राजधानी इंडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में संविलियन के लिए सरकार का आभार जताने सम्मेलन रखा है।
फेडरेशन के प्रांत संयोजक रंजीत बनर्जी, मनीष मिश्रा एवं शिव सारथी ने उक्त सम्मेलन का घोर विरोध करते हुए खुला बहिष्कार का एलान कर दिया है।
“छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन” के प्रदेश संयोजक जाकेश साहू, इदरीस खान, अश्वनी कुर्रे, अजय गुप्ता, संकीर्तन नंद, सीडी भट्ट एवं भारती साहू, ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि प्रदेशभर के 1,09,000 शिक्षाकर्मियों को आज सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़नी पड़ रही है इनके जिम्मेदार “शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा” के प्रदेश संचालक संजय शर्मा, विरेन्द्र दुबे व केदार जैन है। इन्ही लोगो के गद्दारी के कारण आज हमें सड़क पर आना पड़ा है। विसंगति युक्त संविलियन का यदि ये लोग विरोध करते तो हमें आज ये दिन देखना नहीं पड़ता। वर्ग 03 के शोषण के जिम्मेदार यही त्रिमूर्ति लोग है।पिछला आंदोलन हम सभी ने मिलकर लड़ा था, हमने इन त्रिमूर्ति को नेतृवकर्ता बनाकर सरकार से वार्ता के लिए अपना अगुवा बनाया था लेकिन मोर्चा के इन नेताओ ने अपना स्वार्थ सिद्ध करते हुए सिर्फ वर्ग 01 और 02 की ही मांगें मनवाई और हम वर्ग 03 की मांगों को रद्दी की टोकरी में डालकर प्रदेश के 1,09,000 शिक्षाकर्मी वर्ग 03 वालो के साथ बड़ी गद्दारी की।
रैली को लेकर मनीष मिश्रा, जाकेश साहू, इदरीस खान एवं शिव सारथी ने आगे कहा कि आज मोर्चा के लोग सरकार की चापलुशी की सारी हदें पार कर सम्मेलन कर रहे है। जिससे वर्ग 03 को गहरा धक्का लगा है। ये वर्ग 01 और 02 वाले जो आज 50 हजार वेतन ले रहे है वो हमारी बदौलत ले रहे है, हम वर्ग 03 के 78 प्रतिशत साथियों ने जो पिछला आंदोलन किया था जिसके कारण ही आज वर्ग 01 व 02 की मांगे पूरी हुई है।वही “फेडरेशन” ने अपनी चार सूत्रीय मांगो को लेकर, आगामी 30 सितम्बर को राजधानी रायपुर के ईदगाह भांठा मैदान में एकदिवसीय महाआंदोलन एवं धिक्कार रैली का ऐलान करते हुए प्रदेशभर के समस्त शिक्षाकर्मियों से परिवार सहित आन्दोलन में उपस्थिति की अपील की है।

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