भारतीय संगीत की पहचान उनकी संस्कृति,

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रायपुर । भारतीय संगीत की पहचान उनकी संस्कृति, साहित्य थोड़ा कठिन जरूर है लेकिन असंभव नहीं है। यह एक साधना है। ईश्वरीय विद्या है। इसे बचाने का अथक प्रयास किया जा रहा है। आधुुनिक गाने, गजल, आदि में रूझान कराया जा रहा है। इसके लिए उमंग संगीत एकेडमी इंद्रावती कॉलोनी रोड के संयुक्त तत्वावधान में म्यूजिशिया यह कार्य कर रही है। जिसमें विद्यार्थियों को प्रोत्साहित कर बालीवुड संगीत का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे बालीवुड में छिपे सा,रे,ग,प के महत्व को बताया जाएगा। सभी स्कूल-कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों में लोगों को संगीत के कार्यक्रम देकर जोड़ा जाएगा। मासिक शुल्क 12 सौ रुपए है। ये बातें म्यूजिशिया के संचालक सुरेंद्र मजूमदार और एसके मुखर्जी ने कहा। उन्होंने कहा कि उनके कोर्स के बाद इंटरनेशल म्यूजिक परीक्षा लिया जाएगा तब  जाकर पारंगत किया जाएगा।

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