स्काई-हैक कार्यक्रम का समापन

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अमर अग्रवाल ने युवा उद्यमियों को ऐप आधारित समाधान विकसित करने पर किया पुरस्कृत स्काई कनेक्टिविटी का लाभ नागरिकों तक पहुंचाने चिप्स की पहल

ढाई हजार से ज्यादा लोगों ने लिया स्काई-हैक प्रतियोगिता में हिस्सा

रायपुर-उद्योग एवं वाणिज्यिक कर राज्य मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने आज यहां पण्डरी स्थित सिटी सेन्टर माल में स्काई हेक प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रोमोशन सोसायटी (चिप्स) और छत्तीसगढ़ सरकार के बिजनेस इन्क्यूबेटर 36 इंक द्वारा स्काई योजना के अंतर्गत हेकथान प्रतियोगिता का आयोजन स्काई हेक के नाम से किया गया था। प्रतियोगिता के अंतर्गत उद्यमियों को जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए एप्प आधारित समाधान विकसित करना था। इन ऐप को स्काई योजना के अंतर्गत वितरित मोबाईलांे में उपलब्ध कराया जाएगा। मंत्री ने आज प्रतियोगिता की छह विधाओं के अंतर्गत 18 टीमों को 9 लाख रुपए का चेक देकर सम्मानित किया। छह विधाओं में से प्रत्येक विधा में प्रथम आए टीम को एक-एक लाख रूपए और दूसरे और तीसरे स्थान हासिल करने वाले टीमों को 25-25 हजार रूपए के पुरस्कार का चेक दिया गया। श्री अग्रवाल ने कहा कि स्काई योजना छत्तीसगढ़ के विकास की आधारशिला है। इसका दायरा लोगों को महज मोबाईल फोन वितरण करने तक ही नहीं है बल्कि डिजिटल तकनीक और सुशासन के जरिए जनता के अधिकारों को मजबूती देना और उनकी समस्याओं का निदान करना है। श्री अग्रवाल ने चिप्स की ब्लॉकचेन योजना के अंतर्गत भी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की सर्वाधिक महत्वपूर्ण संचार क्रांति योजना के अंतर्गत 8100 से अधिक गांवों और सभी 168 नगरीय निकायों में 4 जी नेटवर्क स्थापित किया जा रहा है और लगभग 50 लाख स्मार्टफोन भी वितरित किए जा रहे हैं। स्मार्टफोन से उत्पन्न होने वाली डिजिटल कनेक्टिीविटी के अवसर का लाभ उठाने के लिए स्काई-हैक के नाम से हेकथान का आयोजन भी किया जा रहा है, जहां नए उद्यमियों को ऐप आधारित समाधान विकसित करने के लिए आमंत्रित किया गया। छात्रों, पेशेवर डेव्हलपर्स, स्टार्ट-अप की चुनौतियों की पहचान कर उसे हल करने के लिए मोबाईल ऐप बनाने, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने और शासन से नागरिकों को दी जाने वाली सेवाओं में और अधिक सुधार करने के लिए स्काई हेकथान कार्यक्रम आयोजित किया गया। हैकथान में प्रारभिक चरण में ढाई हजार से ज्यादा प्रतिभागियों को पंजीकृत किया गया। इनमें से 30 टीमों का चयन कर प्रत्येक टीम को एक विशेषज्ञ ज्यूरी पैनल के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए कहा गया।


हैकथान के लिए राज्य के छह प्रमुख विभागों की चुनौतियों की पहचान को सूचीबद्ध किया गया है। पहली चुनौती शासकीय विषयों पर नागरिकों से रियल टाईम प्रतिक्रिया प्राप्त करना है। इस विषय पर बेहतर ऐप बनाने के लिए प्रथम पुरस्कार क्रीजारे टीम को और दूसरा और तीसरा पुरस्कार अविनाशी टीम और टूरी टीम को मिला है। मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए ऐप निर्माण का प्रथम पुरस्कार नलवोयड टीम तथा दूसरा और तीसरा पुरस्कार एनीगमा और टीम केयर नेक्स, प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम करने संबंधी ऐप के लिए प्रथम पुरस्कार टीम विज को तथा दूसरा और तीसरा पुरस्कार टीम केलेमिटी और वी शोडअप को दिया गया है। शासकीय योजनाओं की समुचित जानकारी प्रदान करने के संबंध में ऐप बनाने के लिए प्रथम पुरस्कार हकदर्शक एम्पावरमेन्ट तथा दूसरा पुरस्कार स्माईल बॉटस और तीसरा पुरस्कार शाईनिंग स्टार को मिला। दिव्यांगजनों के इलाज में मददगार एप्प निर्माण के लिए व्लू जैक टीम को प्रथम पुरस्कार, टाईटन टीम को दूसरा पुरस्कार और दिव्या टीम को तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा पशुओं की देखभाल से जुड़े ऐप बनाने के लिए प्रथम पुरस्कार थ्री मस्टेटिअर्स, दूसरा पुरस्कार टेक स्पिरिट और तीसरा पुरस्कार टीम शून्य को दिया गया।
चिप्स द्वारा ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के अंतर्गत भी बेहतरीन कार्य करने वाली कम्पनियों को सम्मानित किया गया। यह एक खुली स्पर्धा थी, जिसके अंतर्गत 4 टीमांे को विशेष पुरस्कार से नवाजा गया। प्रमाण पत्रों के रख-रखाव और सत्यापन के लिए ट्रीमटॉप इनोवेशन को दो लाख रुपए, भू-अभिलेखों में सुधार के लिए स्माईल बॉटस को 3 लाख रुपए, हेल्थ रिकार्ड को दुरूस्त रखने के लिए मेडिचेन कम्पनी को 4 लाख रुपए, विभिन्न विभागों के बीच जानकारियों के समन्वय के लिए गोव्हब्लॉक कम्पनी को 5 लाख रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उद्योग विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रोद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. संजय शुक्ला, चिप्स के सीईओ श्री एलेक्स पॉल मेनन, संचालक उद्योग श्री अनुराग पाण्डेय, प्रबंध संचालक श्री सुनील मिश्रा और छत्तीसगढ़ इन्क्यूबेटर के सीईओ श्री राजीव राय भी उपस्थित थे।

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