मैट्स यूनिवर्सिटी में आयकर जागरुकता सेमीनार संपन्न

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आयकर रिटर्न से अनेक लाभ मिलते हैं नागिरकों को


रायपुर। देश की प्रगति और विकास में आयकर की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है और प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह आयकर समय पर जमा कर देश की प्रगति में अपना अमूल्य योगदान दें। आयकर रिटर्न आमदनी का सबसे भरोसेमंद स्त्रोत माना जाता है जो जरूरत के वक्त काफी काम आता है। नियमित रूप से आयकर रिटर्न भरने के अनेक लाभ लोगों को प्राप्त होते हैं। लोग जागरुक नहीं है और यही वजह है कि देश की आबादी की तुलना में काफी कम लोग आयकर जमा करते हैं। यह बातें मैट्स विश्वविद्यालय, रायपुर में आयकर जागरुकता सेमीनार में आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहीं।
मैट्स विश्वविद्यालय, रायपुर के पंडरी स्थित इम्पेक्ट सेंटर में आयकर विभाग द्वारा आयोजित सेमीनार के मुख्य अतिथि आयकर विभाग, रायपुर के संयुक्त आयुक्त (आयकर एक्जम्पशन)  जी.एन. सिंह, विशिष्ट अतिथि सहायक आयुक्त  रशीद सिबली, आयकर अधिकारी श्री आर.के. सिंह, श्रीमती अलका सक्सेना, आयकर निरीक्षक  धर्मेंद्र सिन्हा थे। सेमीनार में मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति  गजराज पगारिया, महानिदेशक  प्रियेश पगारिया, कुलपति प्रो.कर्नल (डॉ.) बैजू जॉन, कुलसचिव  गोकुलानंदा पंडा सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष व विद्यार्थीगण उपस्थित थे।

 


सेमीनार में आयकर विभाग, रायपुर के संयुक्त आयुक्त (आयकर एक्जम्पशन) श्री जी.एन. सिंह ने विद्यार्थियों को बताया कि नागरिकों द्वारा अदा किये जाने वाले कर के माध्यम से भारत सरकार अपनी गतिविधियों और जनता को सुविधा और सेवाएं देने के लिए इस्तेमाल करती है। देश की जनता के लिये विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में व्यय किया जाता है। उन्होंने कहा कि आयकर के संबंध में प्रत्येक नागरिक को जानकारी होनी चाहिए और प्रायः जानकारी के अभाव में करदाता ठीक से रिटर्न नहीं भर पाते हैं। आयकर विभाग द्वारा जागरुकता के उद्देश्य से सेमीनार, कार्यशाला तथा जागरुकता शिविरों का आयोजन किया जाता है।
आयकर अधिकारी  आर.के. सिंह ने विभन्न प्रकार के करों के संबंध में जानकारी प्रदान की और करों के लाभ के संबंध में विस्तार से बताया। उन्होंने टैक्स जमा करने और रिटर्न के अंतर को बताते हुए विभन्न प्रकार के टैक्स व उनसे मिलने वाली छूट पर प्रकाश डाला। सेमीनार में उपस्थित प्राध्यापकों, विद्यार्थियों एवं कर्मचारीगणों ने आयकर से संबंधित अनेक प्रश्न किये जिस पर आयकर अधिकारी  रशीद सिबली ने विद्यार्थियों के प्रश्नों का कुशलतापूर्वक समाधान किया एवं अनेक महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान कीं।
अतिथियों ने समय पर आयकर रिटर्न के महत्व व लाभ से अवगत कराते हुए सभी तरह के करों के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की। आयकर अधिकारियों ने आयकर टीडीएस और डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट के प्रति भी जानकारी प्रदान की। सेमीनार में आयकर की धारा 80 सी, पीएफ और पीपीएफ में निवेश, पीएफ फंड में निवेश, राष्ट्रीय बचत फंड, सावधि जमा, होम लोन, मार्केट में निवेश, डाकघर में निवेश, लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम आदि में निवेश के माध्यम से मिलने वाले आयकर छूट को समझाया गया। इसके पूर्व इस कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना से किया गया। सभी अतिथियों को पुस्तक एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समारोह के अंत में मैट्स विश्वविद्यालय के कुलसचिव  गोकुलानंदा पंडा ने आभार व्यक्त किया।

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