मोदी सरकार आटा दाल चांवल सहित सभी अनब्रांडेड खाद्य सामग्रियों से 5% जीएसटी हटाये

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 खाद सामग्रियों पर 5 % जीएसटी से महंगाई और बढ़ेगी देश के 85% घर प्रभावित होंगे

रायपुर /17 जुलाई 2022/ मोदी सरकार के द्वारा अनब्रांडेड खाद्य सामग्री पर लगाई गई 5% जीएसटी को वापस लेने की मांग करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने  आजादी के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि अनब्रांडेड खाद्य सामग्री पर भी 5% जीएसटी लगाया जा रहा है।देश की जनता महंगाई से पीड़ित है रोजी रोजगार के गंभीर संकट से जूझ रही है। ऐसे में देश की जनता को महंगाई से राहत दिलाने के बजाय मोदी सरकार अनब्रांडेड खाद्य सामग्रियों पर जीएसटी लगाकर महंगाई की आग में घी डालने का काम कर रही है।आटा दाल चावल बेसन  मिर्च मसाला दूध छाछ सहित अनब्रांडेड खाद्य सामग्री के ऊपर 5% जीएसटी लगाया गया है जिसका प्रभाव देश के 85% घरों के किचन में पड़ने वाला है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 100 दिनों में महंगाई कम करने का वादा कर सत्ता में आई मोदी सरकार देश की जनता के साथ वादाखिलाफी की है मोदी राज में अब कोई ऐसी सामग्री बिना टैक्स दिये खरीदी नहीं की जा सकती है। कांग्रेस शासनकाल में जिन वस्तुओं को टैक्स के दायरे से बाहर रखा गया था ताकि गरीबों को भरपेट भोजन मिल सके वह खाद्य सामग्री भी अब मोदी सरकार के टैक्स के दायरे में आ गई है।वन नेशन वन टैक्स का नारा लगाकर कई  स्लैब में लगाई गई टैक्स के चलते देश में महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है कांग्रेस शासनकाल में 400 रु में मिलने वाला गैस सिलेंडर आज जनता 1153 रुपए में खरीदने मजबूर है।800 प्रकार से अधिक दवाइयों की कीमतों  30% की वृद्धि हो गई है जूता चप्पल पुस्तक कॉपी पेंसिल रबड़ स्टेशनरी सामग्री जिस पर कोई टैक्स नहीं था उस पर भी 8% जीएसटी लिया जा रहा है।अस्पताल में 5 हजार रु प्रतिदिन के किराया वाले बेड पर 5% जीएसटी लगाकर अस्पताल में ईलाज को महंगा किया। पेट्रोल डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं केरोसिन भी 100 रु प्रति लीटर के करीब पहुंच चुका है ऐसे में खाद्य सामग्रियों पर लगाए जाने वाला पांच पर्सेंट का जीएसटी भी जनता के दैनिक जीवन को प्रभावित करेगा बच्चों को मिलने वाले पौष्टिक आहार दूध अन्य प्रकर के पोषण युक्त आहारों के दामों में भी वृद्धि होगी।

 

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