राज्य सायबर पुलिस थाना की त्वरित कार्यवाही, 10 दिवस के भीतर गिरफ्तारी

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रायपुर। पुलिस मुख्यालय स्थित राज्य साइबर पुलिस थाना की कार्यवाही में पाँच राज्य (महाराष्ट्र,दिल्ली,उत्तर प्रदेश,पश्चिम बंगाल एवं राजस्थान) के साथ वेस्ट अफ्रीका एवं नाईजिरिया तक फैले अनलाइन फ्रॉड नेटवर्क को तोड़ा गया जिसमें मुंबई,नवी मुंबई (पनवेल),राजस्थान(पाली),दिल्ली,नोएडा,पश्चिम बंगाल के दर्जनों बैंक अकाउंट में लगभग 15 लाख रुपये फ्रीज़ करवाए गए।

मामले में आरोपी डोसों ईषुफ पिता आस्टिन उम्र 35 वर्ष निवासी वेस्ट आफ्रिका हाल सेक्टर 34 खारघर नवी मुंबई व जगदीश पाॅल पिता राजकुमार पाॅल उम्र 35 वर्ष निवासी घोड़बंदर मुंबई को नवी मुंबई खारघर पुलिस थाने की सहायता से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है एवं अपराधी को ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर कोर्ट में पेश कर रायपुर सेंट्रल जेल निरूद्ध है।

मामले में एक अन्य आरोपी, आरोपियों के गिरफ्तार होने की सूचना मिलने पर परिवार सहित दिल्ली से भागा सामने पुलिस बेरीकेटिंग के पास तेज रफ्तार से ट्रक में जा घुसा जिसमें आरोपी की अस्पताल पहुचने पर मृत्यु हो गई एवं अन्य एक आरोपी अस्पताल में भर्ती है।

मामले में लगभग 55 करोड़ की रकम को देश के विभिन्न राज्यों से आॅनलाईन फ्रॉड कर विभिन्न बैंक अकाउंट से निकाल अफ्रीका स्थित यूनाइटेंड बैंक ऑफ अफ्रीका में ठगी के बड़ा हिस्से को मुंबई स्थित हवाला ऑपरेटर के माध्यम से अफ्रीका भेजा जाता है। ठगी के धंधे में अफ्रीका के बहुत से ठगों ने मुंबई,नवी पनवेल,ठाणे को अपना अड्डा बना लिया जहां से फर्जी ईमंेल मोबाईल कॉल आदि करके देश भर में ठगी करते है एवं फेक वीजा बनाने की भी जानकारी प्राप्त हुई है।

प्रकरण का संक्षिप्त विवरण
देवेंन्द्र नगर रायपुर निवासी आवेदक मोहम्मद आसीफ फारूखी संचालक (ताज एटीएम) आयुर्वेदा प्राईवेट लिमिटेड कंपनी दिनांक 24.05.2021 को डेबिट जान्सन नामक व्यक्ति ने अपने मोबाईल नम्बर से व्हाटसएप्प किया की उनकी कंपनी को एक सामान की जरूरत है। वह इंडिया में सामान देने वाले को ढूंड रहे हैं। यदि आप रूचि रखते हैं तो बतायें। इसके पश्चात अपना परिचय देते हुए अपनी कंपनी (आफ्रिका) के बारे में बताया जो कि जानवारों की दवाई एवं इंसानों के दिल व दिमाग में होने वाली बिमारीयों की दवाईयां बनाती है जिसका कच्चा माल इंडिया में मिलता है उनके पुराने सप्लायर का अनुबंध समाप्त हो गया है एवं उन्हें नये सप्लायर की आवश्यकता है। प्रार्थी द्वारा इस सप्लाई के लिये हाँ कहने पर आरोपी द्वारा मुंबई की एक कंपनी रोहित इंटरप्राईजेस का काॅन्टेक्ट नम्बर एवं पता दिया गया। आरोपी द्वारा 5500 डालर प्रति लीटर हार्डिलेक आॅग्रेनिक एक्सटेक्ट खरीदने की बात कही गई एवं प्रतिमाह 100 से 300 लीटर की खपत बतायी। इसके बाद उसने अपनी कंपनी के बाॅस क्लाड एलन का नम्बर ई मेल दिया।

डील फायनल होने के बाद सैम्पल एवं माल की सप्लाई के लिये प्रार्थी ने रोहित इंटरप्राईजेस को खरीदी के लिये आर्डर दिया एवं दिनांक 07.06.2021 से 18.06.2021 तक बैंक खाता क्रमांक 172805002156 आईसीआईसीआई बैंक मुंबई ब्रांच थाणे व खाता क्र 021463300002572 यस बैंक मुंबई ब्रान्च थाणे में 06 ट्रांजेक्षन में कुल 1764000 रूपए ट्रान्सफर किया। पैसा देने के बाद भी उक्त कंपनी के द्वारा 15 दिवस बीत जाने के बाद भी सामान नहीं भेजा गया व कंपनी के संचालकों ने अपना मोबाईल उठाना, मैसेज का रिप्लाई देना भी बंद कर दिया। प्रार्थी को स्वयं के साथ 1764000/- रूपए की धोखाधड़ी होने का एहसास हुआ और उसने दिनांक 10.07.2021 को राज्य सायबर पुलिस थाना में लिखित में आवेदन प्रस्तुत किया। जिसके लिखित आवेदन पर दिनांक 10.07.2021 को ही अपराध क्रमांक 01/2021 धारा 420,34 भादवि 66(डी) आईटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए विशेष पुलिस महानिदेशक आर.के.विज के मार्गदर्शन में निरीक्षक निशीथ अग्रवाल, उप निरीक्षक अपराजिता सिंह राणा, प्रधान आरक्षक संदीप झा एवं आरक्षक भुनेश्वर साहू की चार सदस्य टीम गठित की गई एवं आरोपियों के पतासाजी हेतु टीम को दिल्ली, मुंबई रवाना किया गया।

आरोपियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि वे ठगी की रकम को फर्जी कंपनी के करंट बैंक अकाउंट से चेक व एटीएम द्वारा आहरण कर दिल्ली एवं आफ्रिका ट्रांसफर किया करते थे, जिसके आधार पर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी होना शेष है। साक्ष्यों के आधार पर आरोपी डोसो पिता आस्टिन उम्र 35 वर्ष निवासी वेस्ट आफ्रिका हाल सेक्टर 34 मुंबई, नवी मुबंई व जगदीश पाॅल पिता राजकुमार पाॅल उम्र 35 वर्ष निवासी घोड़बंदर मुंबई को विधिवत गिरफ्तार किया गया।

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