चुनावी वर्ष करीब इसलिए संघ को भाजपा के लिए शिक्षाकर्मियों की याद आई: ज्ञानेश शर्मा

0

JOGI EXPRESS

शिक्षाकर्मियों का आनुषांगिक संगठन बनाने वाला संघ उनकी हड़ताल के दौरान कहां था?: कांग्रेस


संघ ने अब तक रमन सरकार पर शिक्षाकर्मियों की मांगों को लेकर क्यों नहीं बनाया दबाव?

रायपुर/ कांग्रेस ने कहा है, आरएसएस द्वारा शिक्षाकर्मियों का आनुषांगिक संगठन बनाने जाने के विचार से जाहिर हो गया है कि भाजपा और संघ शिक्षाकर्मियों को महज वोट के लिए इस्तेमाल करते आए है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन ज्ञानेश शर्मा ने जारी बयान में कहा कि संघ शिक्षाकर्मियों की समस्याओं को समझने की बजाय उसे मोहरे की तरह प्रयोग करने की कोशिश कर रहा है। सरकार के हर एक हिस्से में संघ से जुड़े लोगों को बिठाने के बाद अब संघ शिक्षाकर्मियों का आनुषांगिक संगठन बनाकर प्राइमरी से लेकर स्कूली शिक्षा का भी भगवाकरण करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी।
शिक्षाकर्मियों का आंदोलन दमनात्मक रुप से खत्म होने से संघ को अगले साल होने वाले चुनाव में भाजपा को नुकसान की आशंका नजर आई इसीलिए ही शिक्षाकर्मियों को बुलाकर अपने साथ जोड़ने की कवायद की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि संघ अपने आप को शिक्षाकर्मियों का खैरख्वाह मानता है तो शिक्षाकर्मियों की हड़ताल का संघ ने समर्थन क्यों नहीं किया।
उन्होंने कहा कि यदि संघ वाकई में शिक्षाकर्मियों का शुभचिंतक है तो भाजपा के 2 संकल्प पत्रों में शिक्षाकर्मियों से किए गए वायदे को पूरा करने के लिए रमन सरकार पर दबाव क्यों नहीं डाला गया। शिक्षाकर्मियों से मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के चुनाव पूर्व किए गए संविलियन के वादे को पूरा करने के लिए दबाव क्यों नहीं बनाया गया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह चुनाव पूर्व शिक्षाकर्मियों के धरना स्थल पर गए थे और संविलियन का वादा कर आए थे, लेकिन सरकार बनने के साथ ही स्वयं के इस वादे को भूल गए और अब तो शिक्षाकर्मियों की हड़ताल को दमनात्मक रुप से खत्म करवाने वाले मुख्यमंत्री के नाम से प्रसिद्ध हो रहे हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि संघ भले ही शिक्षाकर्मियों को भाजपा के वोट के रुप में इस्तेमाल करना चाहते हो लेकिन शिक्षाकर्मी उसकी इस मंशा से वाकिफ हैं इसलिए ही उन्होंने साफ कह दिया है कि पहले संविलियन और अन्य मांगें पूरी करवाई जाए। संघ की यह नीति रही है कि जिसे भाजपा सरकार दुखी करे उसे सहलाओ और पुचकारो, संघ इसी नीति के तहत भाजपा के लिए काम करता आया है यह सर्वविदित है।
मीडिया चेयरमैन ने कहा कि कांग्रेस ने शिक्षाकर्मियों की हड़ताल का समर्थन किया था तब संघ रमन सरकार के ‘डर’ से कहीं दुबका बैठा था और अब शिक्षाकर्मियों का शुभचिंतक बनने की कोशिश की जा रही है। यही संघ और भाजपा की असलियत है, एक तमाचा मारता है तो दूसरा सहलाने आ जाता है। नैतिकता की बातें करने वाला यह संघ रमन सरकार के शराब बेचने के मामले में तो खामोशी ओढ़े हुए है ऐसे में प्रतीत होता है कि संघ की नैतिकता रमन सरकार के पास बंधक बना कर रख दी गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed