केंद्र सरकार की गलत नीतियो से बढी मंहगाई खाद्य तेल की मंहगाई से घर का बिगड़ा बजटएक्साइज ड्यूटी से आम लोगो के जेब मे डाकाः- गिरीश दुबे

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रायपुर 6 जून। केंद्र सरकार की गलत नीतियो व बढती मंहगाई को लेकर रायपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा राजीव भवन मे पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। पत्रकार वार्ता मे वरिष्ठ विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा सांसद श्रीमति छाया वर्मा विधायक विकास उपाध्याय महापौर ऐजाज ढे़बर सभापति प्रमोद दुबे शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे संस्कृति विभाग दिलीप षडंगी उपस्थित थे।
वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत एवं अदूरदर्षी नीतियो की वजह से मंहगाई बढ़ी है। मोदी जी ने कहा था कि 100 दिन मे मंहगाई कम हो जायेगी मगर मंहगाई कम नही हुई। पेट्रोल डीजल गैस खाद्य तेल के दाम आसमान छू रहे है। लगभग इनकी कीमते दोगुनी हो गई है। बढ़ती मंहगाई का असर आम आदमी पर पड़ा है। उन्होने कहा है पेट्रोल डीजल के भाव बढ़ने से सडक परिवहन ट्रांसपोर्ट का रेट बढ़ा है। जिससे फल सब्जी दवाइयो के भाव बढे़।
राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा ने कहा कि मोदी जी ने कहा था कि किसानो की आय दोगुनी होगी  लेकिन कैसी होगी इसका ब्यौारा कभी नही बताया। खाद  बीज व कृषि उपकरण की कीमत बढ़ा दी है।टेªक्टर पर 12 प्रतिशत जी एस टी लगता था उसे बढ़ा कर 28 प्रतिशत तक कर दिया है। तो बताइये किसानो की आय कैसे दोगुनी होगी।उन्होने कहा कि महिलाये जब किचन मे जाती है तो सोचना पडता है अरहर दाल कितना बनाये और सब्जी मे कितना तेल डाले।उन्होने कहा कि केंद्र की सरकार दो लोगो की है एक शाह दूसरा शहनशाह।उन्होने कहा कि सदन मे 900 सांसद है। केंद्र की सरकार के द्वारा सांसद निधि से 10 करोड़ की राशि सांसद निधि से पी एम केयर फंड मे लिया गया है जिसका कोई लेखा जोखा नही है। पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि जिस प्रकार से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े है इतने दाम कभी नही बढ़े। अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे  कच्चे तेल की कीमत कम है। लेकिन पेट्रोल की कीमत 100रू तक पहुच गयी है। भाजपा के नेता कहते है कि मंहगाई बढ़ गई है तो खाना पीना छोड दे। मंहगाई बढने से लोग अपना जेवर जमीन जायदाद बेचकर अपना घर चलाने पर मजबूर है। मोदी जी ने कहा था 2 करोड युवाओ को प्रतिवर्ष रोजगार देंगे। मगर 10 गुना लोग बेरोजगार हो गये।सभापति प्रमोद दुबे जी ने कहा कि खाद्य तेलो के आयात शुल्क मे भारी बढोतरी हुई है। बढोतरी के कारण  खाद्य तेल की कीमतो मे वृद्धि हुई है। वर्तमान मे केंद्र सरकार ने आयात शुल्क 38.50 प्रतिशत से लेकर 49.50 प्रतिशत तक बढ़ाया है। हमारे देश मे 58 प्रतिशत खाद्य तेल दूसरे देश से आयात करते है। यदि सरकार की नियत नीति साफ होती तो आयात शुल्क को कम किया जा सकता था। मगर इनकी नियत नीति साफ नही है।शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा कि मोदी जी को भारत की भौगोलिक एवं आर्थिक व्यवस्था की जानकारी नही है। इसलिए वह देश नही संभाल पा रहे है। जी एस टी नोटबंदी कोरोना महामारी  मंहगाई को  संभाल मे फेल हुए है। मोदी सरकार के द्वारा राज्यो को वैक्सीन अलग अलग कीमतो मे दी जा रही है। जो कि देश के संघीय ढाचे पर वार है। टीकाकरण की राष्ट्रीय नीति नही होने के कारण राज्य शासन की संपूर्ण तैयारी के बाउजूद टीकाकरण अभियान मे  गतिरोध उत्पन्न हो रहा है।श्री दुबे ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोलियम पदार्थाे मे एक्साइज ड्यूटी मे बढोतरी की है। यू पी ए शासन काल मे पेट्रोलियम पदार्थो मे मात्र 9.48रू टैक्स लिया जाता था जो कि बढ कर 32.90रू  हो गया। जिसका भार आम जनता पर पडा है। सभी नेताओ ने कोविड टीकाकरण को लेकर चिंता व्यक्त की।शहर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद फहीम ने कहा कि यू पी ए शासन काल मे मंहगाई डायन हुआ करती थी मगर वह उनको आज अच्छी लगने लगी है। भाजपाई मंहगाई को देश विकास के लिए अच्छा मान रहे है। यू पी ए शासन काल मे पेट्रोल 65रू हुआ करता था जो अब 100रू हो गया। खाद्य तेल 72रू हुआ करता था जो अब 175 रू हो गया है। गैस 410रू हुआ करती थी जो बढ कर 880 रू हो गई।भाजपा के शासन काल और यू पी ए के शासन काल मे यही अंतर है।इस पे्रसवार्ता मे सुमीत दास  नवीन चंद्राकर अशोक सिंह ठाकुर कामरान अंसारी प्रशांत ठेंगडी देव कुमार साहू दाउ लाल साहू बंशी कन्नौजे शब्बीर खान दिलशाद हुसैन सचिन शर्मा माधव साहू दीपा बग्गा अजय हंसा कमलेश नथवानी राजू नायक पुष्पराज बैद सुमीत शिरके ब्रम्हा सोनकर शिव वर्मा आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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