परीक्षा के समय मानसिक तनाव और बीमारियों से बचाएगा योग तीन प्राणायाम सर्वोत्तम-अनुलोम विलोम,भ्रामरी और ध्यान (मेडिटेशन)

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एकाग्र और ऊर्जावान भी रहेंगे

सुहेला।अप्रेल का महीना अर्थात परीक्षा का समय है। इस समय सभी बच्चे तैयारियों में जुटे हैं। यह समय बच्चों के लिए मानसिक तनाव भरा होता है साथ ही किसी किसी के लिए बदलते मौसम के कारण सर्दी खांसी और बुखार की भी शिकायत हो जाती है,देर रात तक पढऩे के कारण नींद पूरी नहीं होने से सिरदर्द हो सकता है। इन सारी समस्यायों से निजात पाने एवं परीक्षा में सफल होने के लिए योग एक वरदान है। अपने व्यस्त समय में से बस थोड़ा सा समय निकाले और एग्जाम में सफलता पाएं।
परीक्षा के समय रोजना सुबह हवादार जगह में आसन बिछाकर सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं प्राणायाम करें। इन प्राणायाम को करने से आपको ये फायदा होगा-

कपालभाति
इस प्राणायाम को तीन से पांच मिनिट तक अवश्य करें।
लाभ – इस प्राणायाम को करने से पेट ठीक रहेगा और हाजमा ठीक रहेगा।
सूर्यनमस्कार
लाभ – इससे आपका शरीर बीमारियों से बचा रहेगा। शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहेगें।
अनुलोम विलोम
दाएं हाथ के अंगूठे से दायीं नाक को बंद करें बाई नाक से स्वांस खीचें फिर बाईं नाक को बन्द करें। दाई नाक से बाहर निकाले। इसे कम से कम पांच मिनिट तक करें।
लाभ – इस प्राणायाम से आपका मन शांत होगा एवं एकाग्रता बढ़ेगी सर्दी खाँसी नहीं होगी।
भ्रामरी
अपने दोनों हाथ के अंगूठे से दोनों कानों को बंद कर सांस को भरकर भंवरे जैसा गुंजन करते हुए बाहर निकाले। इसे कम से कम पांच बार करें।
लाभ – इस प्राणायाम से स्नायु तंत्र का तनाव कम होगा मन शांत होगा और दिन भर आप ऊर्जावान बनें रहेंगें।
जैसा योग विशेषज्ञ जयंती सिंह ने बताया

डायग्राम बनाने की करें प्रैक्टिस

रावन: परीक्षा पास आते ही विद्यार्थियों की टेंशन बढ़ जाती है और इससे उनकी पढ़ाई पर असर पड़ता है। टेंशन के इस समय में
पूरे साल की तैयारी को सही अंजाम देने की जरूरत है। वैसे तो विज्ञान यानि सांइस सब्जेक्ट ज्यादातर स्टूडेंट्स का पसंदीदा होता है, लेकिन अच्छे नंबर लाना इतना आसान नहीं होता है। विज्ञान में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सब्जेक्ट माना जाता है बायोलॉजी, क्योंकि एमबीबीएस, बीडीएस, बीफार्मा, बीटेक जैसे कोर्स में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह बहुत ही जरूरी होता है। यहां हम कुछ ऐसे टिप्स दे रहें हैं, जिनकी मदद से आप बायोलॉजी में अच्छे नंबर ला सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
एनसीइआरटी किताबों में आपके सिलेबस के अलावा बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जो बोर्ड परीक्षा में नहीं आएंगी, इसलिए पढ़ाई करते समय सिलेबस का जरूर ध्यान रखें।
बायोलॉजी के पेपर में डायग्राम की भूमिका बहुत ही ज्यादा होती है। इसलिए टॉपिक्स को पढऩे के साथ-साथ डायग्राम बनाने की भी प्रैक्टिस कर लें, क्योंकि सही जवाब लिखने के बावजूद अगर डायग्राम अच्छा नहीं बना तो नंबर कट सक ते हैं।
रिविजन और प्रैक्टिस के लिए फ्लैश कार्ड और चार्ट बनाएं और इसके माध्यम से पढ़ाई करें। परीक्षा के आखिरी दिनों में फ्लैश कार्ड और चार्ट आसानी से महत्वपूर्ण बिंदुओं को याद करने में मदद करेगा।

यह वक्त रिविजन के लिए होता है। इसलिए इस बात का ख्याल रखें कि अब तक आपने जो पढ़ा है उसका रिविजन अच्छे से करें। रिविजन के लिए सबसे अच्छा तरीका होगा कि आप सैंपल पेपर को सॉल्व करें। सैंपल पेपर सॉल्व करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपने उसे कितने समय में सॉल्व किया।
प्रोफेशनल योग ट्रेनर दीपक कुमार वर्मा ग्रासीम विहार अल्ट्राटेक।

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