तेन्दूपत्ता बोनस वनवासियों की मेहनत का सम्मान: डॉ. रमन सिंह

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JOGI EXPRESS


बोनस तिहार में आदिवासियों ने किया मुख्यमंत्री का अभिनंदन, दो जिलों के लगभग 75 हजार संग्राहकों को मिला बोनस, करीब 69.80 करोड़ के निर्माण कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन

रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का आज कोण्डागांव जिले के ग्राम धनोरा (केशकाल) में आयोजित तेन्दूपत्ता बोनस तिहार के अवसर पर बस्तर संभाग के दो जिलों-कोण्डागांव और नारायणपुर के आदिवासियों को ने विशाल पुष्पमाला पहनाकर गर्मजोशी के साथ आत्मीय अभिनंदन किया। उन्होंने तेन्दूपत्ता बोनस के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।
डॉ. रमन सिंह ने बोनस तिहार में हजारों की संख्या में आए वनवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा-आज ऐतिहासिक दिन है, जब हम सब यहां अपने मेहनतकश तेन्दूपत्ता संग्राहकों को बोनस देने के लिए एकत्रित हुए हैं। तेन्दूपत्ता तोड़ाई में काफी मेहनत लगती है। राज्य सरकार ने वनवासियों की इस मेहनत का सम्मान करते हुए जहां प्रदेश में तेन्दूपत्ता तोड़ाई की दर 450 रूपए प्रतिमानक बोरा से बढ़ाकर बीते सीजन में 1800 रूपए और आगामी सीजन के लिए ढाई हजार रूपए कर दिया है, वहीं उन्हें तेन्दूपत्ता कारोबार में लाभ अर्जित करने वाली प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों की शुद्ध आमदनी में से 80 प्रतिशत राशि प्रोत्साहन पारिश्रमिक (बोनस) के रूप में भी दी जा रही है। यह बोनस उनके परिश्रम का सम्मान है।
कार्यक्रम में दोनों जिलों के तीन वनमंडलों-केशकाल, दक्षिण कोण्डागांव और नारायणपुर के जिला लघु वनोपज संघों से संबंधित प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के 74 हजार 791 तेन्दूपत्ता संग्राहकों को वर्ष 2016 के संग्रहण कार्य पर 6 करोड़ रूपए से ज्यादा का प्रोत्साहन पारिश्रमिक (बोनस) ऑनलाइन दिया गया। मुख्यमंत्री ने इनमें से कई संग्राहकों को प्रतीक स्वरूप बोनस प्रमाण पत्र प्रदान कर बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कार्यक्रम में कोण्डागांव जिले के लिए विभिन्न विभागों से संबंधित लगभग 69 करोड़ 80 लाख रूपए के 14 विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इनमें ये निर्माण कार्य ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और लोक निर्माण विभाग आदि से संबंधित हैं।
उन्होंने कहा-कोण्डागांव जिले का गठन पांच वर्ष पहले वर्ष 2012 में और नारायणपुर जिले का गठन दस वर्ष पहले 2007 में किया गया था। दोनों नवगठित जिलों ने थोड़े ही समय में विकास के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी सफलता हासिल की है। नये जिलों में अधोसंरचना विकास के कार्य भी तेजी से हो रहे हैं। तेन्दूपत्ता बोनस तिहार में मुख्यमंत्री के साथ स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप, राजस्व और उच्च शिक्षा मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, वन मंत्री श्री महेश गागड़ा, लोकसभा सांसद श्री विक्रम उसेंडी और अन्य अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि तथा दोनों जिलों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।

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