किसानों की शिकायत पर सख्त कार्यवाही
गीदम धान खरीदी केन्द्र प्रभारी की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त
रायपुर, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के गीदम धान खरीदी केन्द्र में किसानों की शिकायत पर धान खरीदी केन्द्र के प्रभारी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की गई है। गीदम धान खरीदी केन्द्र के प्रभारी श्री विजेन्द्र ठाकुर को अपने पदीय कर्तव्य में लापरवाही पाए जाने पर छत्तीसगढ़ सहकारी समिति सेवा नियम के उल्लंघन के कारण उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है। इस आशय का आदेश आदिम जाति कृषक सेवा सहकारी समिति गीदम के प्राधिकृत अधिकारी ने जारी कर दिया है। जांच दल द्वारा धान खरीदी केन्द्र में कृषि उपज के मालिक श्री शुभम् राय का 6.31 क्विंटल 12 बोरा धान को जप्त किया गया।
किसानों की शिकायतो को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर दंतेवाड़ा के निर्देश पर धान खरीदी केन्द्र का खाद्य निरीक्षक गीदम, मंडी उप निरीक्षक और राजस्व निरीक्षक द्वारा लैम्पस प्रबंधक, ऑपरेटर और किसानों की उपस्थिति में निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि धान विक्रय के लिए आज कुल 14 किसानों से 564.80 क्विंटल अनुमानित धान के लिए टोकन जारी किया गया था। टोकन क्रमांक 61001401202100117 किसान कोड एफसी610140180593 किसान श्री लालजी/फागू द्वारा टोकन में अनुमानित धान 77.60 क्विंटल धान विक्रय के लिए खरीदी केन्द्र लाया गया। खरीदी केन्द्र प्रभारी की अनुपस्थिति में कृषक श्री लालजी के सुपुत्र दशरथ साहू द्वारा ढेरी लगाकर हमालों की उपस्थिति में धान का कांटा कराया गया। तौल करने के दौरान हमालों द्वारा प्रति बोरा 41-42 किलो धान की भर्ती की जा रही थी, जो कि शासन द्वारा निर्धारित 40.700 किलोग्राम (बोरा सहित) से अधिक है। कृषक श्री लालजी द्वारा तौल कराए गए 90 धान की बोरियों में निर्धारित मानक 40.700 किलोग्राम से अधिक भरकर तौल किया गया।
इस संबंध में जांच दल द्वारा लैम्पस प्रबंधक श्री आलोक ठाकुर की भूमिका के बारे में उपस्थित किसानों से पूछताछ कर जानकारी ली गई। कृषक श्री दशरथ साहू और श्री हेमंत साहू ने बताया कि लैम्पस प्रबंधक को इस त्रुटि के बारे में अवगत कराया, जिसे प्रबंधक श्री आलोक ठाकुर द्वारा सुधार करते हुए सरकार द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार भरकर तौलकर धान विक्रय किया गया।
धान खरीदी केन्द्र में निरीक्षण के दौरान 63 कृषकों से 1339 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। कृषक श्री लालजी एवं पूर्व में क्रय किए गए किसानों के धान को रैण्डमली तौला गया।