मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री ने इंदौर में नशा मुक्ति केंद्र का ई-लोकार्पण किया
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में ड्रग्स और नशे का कारोबार पनपने नहीं दिया जाएगा। इस काले धंधे को नेस्तनाबूद किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज इंदौर में ड्रग्स के शिकार बन चुके लोगों के लिए नशा मुक्ति केंद्र का ई-लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने चलित नशा मुक्ति केंद्र का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर में प्रशासन द्वारा गत दिनों ड्रग्स के कारोबारियों के ख़िलाफ़ की गई कार्यवाही पर संतोष जताया। एयरपोर्ट में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से साफ़ लहज़े में कहा कि ड्रग्स का काला धंधा करने वालों को जड़ से समाप्त करें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज सायंकाल इंदौर पहुँचे। विमानतल पर सांसद श्री शंकर लालवानी सहित विधायकगण ने उनका स्वागत किया। पूर्व मंत्री श्री तुलसी सिलावट भी मुख्यमंत्री श्री चौहान और श्री सिंधिया के साथ इंदौर पहुँचे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान और श्री सिंधिया ने इंदौर में आयोजित विभिन्न वैवाहिक समारोहों में शिरकत की और नवदंपत्तियों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने हाटपिपल्या विधायक श्री मनोज चौधरी, श्री गोविंद मालू, श्री संजय शुक्ला के निवास पर जाकर नव दंपत्ति को आशीर्वाद प्रदान किया।
ड्रग ट्रीटमेंट सेंटर से मिलेगा फ़ायदा
संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि आज से इंदौर में प्रारंभ किया जा रहा ड्रग ट्रीटमेंट सेंटर (नशा मुक्ति केंद्र) ड्रग डि-एडिक्शन कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वीकृत है। इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय केन्द्र एम्स एवं क्षेत्रीय केन्द्र केईएम मुंबई के द्वारा क्रियान्वित किया जायगा। उन्होंने बताया कि इस केन्द्र के माध्यम से ओपीडी, आईपीडी, नि:शुल्क आवश्यक दवायें तथा समुदाय की जागरूकता के लिये मनोवैज्ञानिक उपाय जैसे काउंसलिंग एवं आईईसी आदि सेवाएं प्रदान की जायेंगी। इस केन्द्र के नोडल अधिकारी अधीक्षक मानसिक चिकित्सालय इंदौर होंगे। वर्तमान में ड्रग ट्रीटमेंट सेंटर में 10 बेडयुक्त वार्ड का शुभारंभ किया जा रहा है, जिसे एक माह में 50 बेड तक विस्तारित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शहर में नशा मुक्ति के संबंध में जागरूकता फैलाने तथा नशे से ग्रस्त व्यक्तियों को आवश्यकतानुसार नशा मुक्त सेवा उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल यूनिट प्रारंभ की जा रही है। इस चलित नशा मुक्ति केन्द्र में मेडिकल ऑफिसर एवं स्टाफ भी उपलब्ध रहेगा।
संभागायुक्त ने बताया कि जिले में रेडक्रास सोसायटी एवं एनजीओ के माध्यम से संचालित सात नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्रों के व्यवस्थित संचालन के लिए अधीक्षक मानसिक चिकित्सालय इंदौर को प्रभारी नियुक्त किया गया है तथा प्रत्येक केन्द्र पर व्यवस्थित पर्यवेक्षण एवं तकनीकी मार्गदर्शन के लिए मानसिक चिकित्सालय के विशेषज्ञों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। एनजीओ द्वारा संचालित अंकुर नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्र राउ में नशा मुक्ति के लिए आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग किया जा रहा है जिसके माध्यम से लगभग 1500 ओपीडी एवं 150 आईपीडी व्यक्तियों का इलाज किया गया है।