राज्यपाल को उनकी सीमाएँ बताने से पहले मुख्यमंत्री स्वयं अपनी संवैधानिक सीमाएँ तय करें : भाजपा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि सत्ता में आने के बाद से लगातार संवैधानिक मर्यादा व गरिमा का उल्लंघन करने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजभवन से टकराव के रास्ते पर चल रहे हैं और राज्यपाल को संवैधानिक मर्यादा और सीमाएँ बताने की हास्यास्पद नौटंकी कर रहे हैं। श्री कौशिक ने ग़ैरभाजपा शासित राज्यों में राज्यपाल के हस्तक्षेप को लेकर मुख्यमंत्री बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले मुख्यमंत्री स्वयं अपनी संवैधानिक सीमाएँ तय करें।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने सवाल किया कि कुलपति चयन का अधिकार राज्यपाल से छीनकर प्रदेश सरकार ने कौन-सी संवैधानिक मर्यादा का पालन किया? सत्ता में आने के बाद से ही प्रदेश सरकार हर क़दम पर बदलापुर की राजनीति पर आमादा है और संवैधानिक संस्थाओं और मर्यादाओं की अवहेलना करके अपने सत्तावादी अहंकार का शर्मनाक प्रदर्शन कर रही है। श्री कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल संवैधानिक संकट खड़ा करने और फिर उसे लेकर प्रलाप की राजनीति करने की मानसिकता से ग्रस्त हैं। मुख्यमंत्री बघेल राज्यपाल को सीमा न बताए क्योंकि इस प्रदेश सरकार ने राज्यपाल के अधिकारों को कम करने की कोशिश की है और संवैधानिक संस्थाओं की परंपरा को तोड़ने पर वह उतारू है।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने जोगी परिवार से जुड़े जाति-विवाद के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान को उनके राजनीतिक अपराध-बोध का परिचायक बताते हुए कहा कि जाति-विवाद को लेकर भाजपा व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर टिप्पणी करके मुख्यमंत्री बघेल कांग्रेस के अलोकतांत्रिक आचरण व राजनीतिक दुराग्रह पर पर्दा नहीं डाल सकेंगे। श्री कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल जोगी परिवार के जाति-विवाद के मामले में पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से प्रदेश की जनता से माफ़ी मंगवाएँ, जिन्होंने प्रदेश की जनता से झूठ बोलकर जोगी परिवार को आदिवासी बताया और स्व. अजीत जोगी को मुख्यमंत्री बनाया था। आदिवासी के नाते जोगी पिता-पुत्र विधानसभा में कांग्रेस विधायक के तौर पर पहुँचते रहे।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि जोगी परिवार की जाति के मामले में कांग्रेस दोहरे मापदंड का प्रदर्शन कर रही है और अब जोगी परिवार को चुनाव मैदान से बाहर करने का अपराध बोध मुख्यमंत्री को साल रहा है। इससे कांग्रेस को होने वाले नुकसान को भाँपकर अब वे भाजपा के ख़िलाफ़ अनर्गल प्रलाप करने लगे हैं। श्री कौशिक ने इस बात पर भी हैरत जताई कि मुख्यमंत्री बघेल अपने विरुद्ध हुई क़ानूनी कार्रवाइयों का हवाला देकर पाटन में भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने के मामले को जस्टीफाई कर रहे हैं। इससे इस बात पर तो मुहर लग ही गई है कि मुख्यमंत्री बघेल बदलापुर की राजनीति कर रहे हैं और मान रहे हैं कि जैसा उनके साथ हुआ है, अब उनकी सरकार निर्दोष भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करके उसका बदला ले रही है।