मदरसा बोर्ड द्वारा आयोजित पाठ्यक्रम संशोधन कार्यशाला प्रारंभ
जोगी एक्सप्रेस
रायपुर, / छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड द्वारा आयोजित हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी पत्राचार परीक्षा के पाठ्यक्रम में संशोधन हेतु आयोजित दस दिवसीय कार्यशाला का आज शुभारंभ हुआ। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए छ.ग. मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष श्री मिर्जा एजाज बेग ने कहा कि वर्तमान में प्रचलित पाठ्यक्रम में न सिर्फ बदलाव की जरूरत है बल्कि कुछ नवीन विषयों के समावेश की भी आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड द्वारा वर्ष 2005-06 से हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी पत्राचार पाठ्यक्रम परीक्षा का आयोजन राज्य के विभिन्न जिलों के परीक्षा केन्द्रों में किया जा रहा है। लगभग 11 वर्ष पूर्व हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी पत्राचार परीक्षा का पाठ्यक्रम एवं पाठ्यपुस्तकें तैयार की गई थीं । वर्तमान समय में अन्य मण्डलों के पाठ्यक्रमों की दृष्टि से छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड का पाठ्यक्रम काफी पुराना हो गया है। उन्होंने कहा कि समाज के शाला त्यागी बच्चों, पढ़ाई छोड़ चुके युवक-युवतियों, महिलाओं, पुरूषों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने हेतु छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड विशेष पहल कर रहा है। नियमित रूप से पढ़ाई छोड़ चुके लोगों को पत्राचार पाठ्यक्रम के माध्यम से पुनः शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। लेकिन इस हेतु पाठ्यक्रम में सरलता जरूरी है। हाईस्कूल के पाठ्यक्रम में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान जैसे विषयों के लिए वैकल्पिक विषयों का चयन कर कुछ नवीन विषय भी जोड़े जाएं तो यह छात्र-छात्राओं के लिए फायदेमंद होगा।
श्री बेग ने कहा कि हायर सेकेण्डरी पत्राचार परीक्षा में केवल कला संकाय की परीक्षा ली जा रही है। कला संकाय के साथ-साथ वाणिज्य एवं विज्ञान संकाय की परीक्षाएं प्रारंभ किया जाना जरूरी है। लंबे समय से छात्र-छात्राओं द्वारा वाणिज्य एवं विज्ञान संकाय की परीक्षाएं प्रारंभ किये जाने हेतु मांग की जाती रही है। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित विषय विशेषज्ञों से कहा कि पाठ्यक्रम का निर्धारण करते समय यह बात ध्यान रखेंगे कि पाठ्यक्रम सरल हो और स्तरीय भी हो। स्वाध्यायी छात्र-छात्राओं को दृष्टिगत रखते हुए यदि पाठ्यक्रम तैयार होगा तो उन्हें कठिनाई नहीं होगी। बोर्ड के सचिव डॉ. इम्तियाज अहमद अंसारी ने बताया कि कार्यशाला 30 नवम्बर तक जारी रहेगी।