ग्राम पंचायत अर्जुनी में लॉकडाउन की वजह से रास्तो गलियों में पसरा सन्नाटा
अर्जुनी – कोविड 19 कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते क्रम को देखते हुए कलेक्टर सुनील जैन द्वारा 22 सितंबर से 29 सितंबर तक लॉकडाउन की घोषणा होते ही अंचल के सबसे व्यस्ततम ग्रामीण क्षेत्रों में से एक ग्राम पंचायत अर्जुनी में भी लॉक डाउन का पूरी तरीके से लोगों द्वारा पालन करते हुए देखा गया जिसके मद्देनजर हाट बाजार दुकान भी पूर्णता बंद रहा। सड़क में केवल इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए उनसे लॉकडाउन में बाहर निकलने का कारण पूछने पर बताया कि अति आवश्यक कार्य जैसे कि अस्पताल व मेडिकल स्टोर जाना बताया गया। बता दें कि जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर दूरी पर ग्राम पंचायत अर्जुनी है वंही मुख्य मार्ग भाटापारा और बलोदा बाजार के मध्य पड़ता है जिसके चलते शासन प्रशासन व पुलिस कर्मियों का आवागमन इसी मार्ग से होता है जिसके चलते लोगो मे नियम ना तोड़ते हुए लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है। विदित हो कि जिला प्रशासन ने 22 तारीख की रात 12:00 बजे से संपूर्ण जिले में लॉकडाउन लागू कर दिया है पहली बार जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के दौरान काफी कड़ाई बरती गई है बुधवार को लॉकडाउन के पहले ही दिन नगर के चौक चौराहों बाजारों से लेकर प्रमुख इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा तथा लोग अपने घरों में ही कैद रहे सब्जी फल की दुकानें बंद होने से लोगों को बेवजह घरों से बाहर निकलने का बहाना ही नहीं मिला लोग अपने घरों की छतों तथा बार कहीं सही बाहर के नजारे लेते रहे अर्जुनी के बाहरी इलाकों टोनाटार व आमलीडीह बंजर सीमा को सील किया गया।
यह बताना अति आवश्यक है कि जिले में लॉक डाउन होने के उपरांत अर्जुनी में बिना किसी पुलिस ड्यूटी के पहली बार आदेश का पालन करते हुए लोग दिखाई दिए। इसी प्रकार मुख्य मार्ग सहित बस्ती में भी लॉक डाउन का असर देखने को मिला जिसके चलते पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा।