अत्यधिक वर्षा के कुप्रभाव से फसलों को बचाने कृषि विभाग की सलाह
अर्जुनी – कृषि विभाग के उप संचालक श्री वी.पी.चैबे ने बताया कि जिले में विगत कुछ दिनों से हो रही अत्यधिक वर्षा के कारण विकासखण्ड-भाटापारा एवं सिमगा के कुछ स्थानों पर धान की फसलों में पत्तियों के अग्र भाग, शिरे पर सुखने की समस्या या लाल-भूरे रंग के धब्बे दिखाई दे रहे हैं, जिससे कृषक अधिक चिंतित है, तथा उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है कि यह कौन सी बिमारी है। उक्त संबंध में कृषको को यह सुझाव दिया जाता है यह कोई बिमारी नहीं बल्कि अत्यधिक वर्षा तथा जल के भराव के कारण मृदा में उपलब्ध पोषक तत्वों का भूमि से अपघटन (लीचिंग) होने के कारण उत्पन्न होता है। समस्या दृष्टिगत रखते हुए कृषकों को यह सलाह दी जाती है कि अपने खेतों में वैज्ञानिकों के अनुशंसानुसार पोटाश की 10 कि.ग्रा., प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। साथ ही अपने निकटतम कृषि सेवा केन्द्रों में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के सुक्ष्म पोषक तत्वों के मिक्चर जैसे-एग्रोमिन मिक्चर जिसमें जिंक, आयरन, मैग्नीज, बोरान, काॅपर, मोलेब्डीयम तत्व है। 2-3 ग्राम प्रति लीटर की दर से खेतों में छिड़काव करावें। अत्यधिक समस्या होने पर अपने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सम्पर्क करें।