विवादित जामीन को बेचने फिर रची जा रही कूटनीतिक रचना, मामला न्यायालय में फिर सक्रिय हुई भू माफिया
सावधान-,भू माफिया गिरोह की शातिर महिला फिर हुई सक्रिय मोवा स्थित विवादित भूमि को बेचने का प्रयास
रायपुर,जमीन मामलों में विवादित खान परिवार की महिला सदस्य कोर्ट में उलझी भूमि को फिर से बेचने का प्रयास कर रही हैं।
मोवा का खान परिवार पिछले कुछ वर्षों से जमीन विवाद को लेकर चर्चा में रहा है।
यह परिवार पहले तो बंटवारे को लेकर बरसो कोर्ट कचहरी में उलझा रहा।फिर जब बंटवारा हुआ तब बंटवारे के बाद एक ही जमीन का अनेक लोगों से बयाना लेने के प्रकरण में तो कभी विवादित भूमि को पाक साफ बताकर बेच देने के मामले में इस परिवार पर लगातार चार सौ बीसी के प्रकरण दर्ज होने लगे।अब तक 3 महिला सदस्य जिन पर अलग अलग मामले में 420 का आरोप हैं ।सूत्रों की माने तो भूमाफिया गिरोह के सभी एकमत से फिर से विवादित भूमि को बेचने के खेल में जुट चुकी है और दलालों को मोटा कमीशन क लालच देकर ग्राहको को प्रलोभन का झांसा दे कर अपना उल्लू सीधा कर रही है।
ज्ञात हो कि एक मामले में तहसील न्यायलय के बाद सिविल न्यायलय में भी 3 साल पूर्व हुआ परिवारिक बंटवारा निरस्त हो चुका है विधि विशेषज्ञ बताते हैं कि जब बंटवारा ही निरस्त हो जाये तब पूर्व की स्थिति बन जाती है अर्थात बेच दी गई भूमि पर भी ग्रहण लग चुका है।बंटवारा निरस्त होने के चलते पूर्व में बेच दी गई जमीने भी फिर से कानूनी मामलों में उलझ चुकी है इनमे वो जमीनें भी हैं जिनकी प्लाटिंग हो चुकी है
वही गरीब इंसान अपने छत के लिए अपनी गाढ़ी मेहनत की कमाई से घर बनाने का सपना साजो रखा था जिस पर भूमाफियाओं की कुदृष्टि पड़ गई, जिससे अब उनके सारे सपनो को अपनी ही आँखों के आगे चकनाचूर होते देख रहे है,
वहींअपनी खून पसीने की मेहनत से इनके द्वारा की गई अवैध प्लाटिंग में छोटे छोटे प्लाट खरीद कर अपने नाम रजिस्ट्री तक करवा ली है।। जिस पर इन भूमाफियों की गिद्ध दृष्टि का साया मंडरा रहा है।
खान परिवार जिसे एक होने में 20 साल लग गए थे इस परिवार को करीब से जानने वालों का कहना है कि अब इनके बीच दुबारा एकराय बननी मुश्किल है ऐसे में बंटवारे को अवैध करार दिए जाने के कोर्ट के आदेश को दुरुस्त करने यह आपस मे दुबारा बैठेंगे दूर दूर तक इसकी संभावना नही है,इस स्थिति में बंटवारा निरस्त होना अब इस परिवार के सदस्यों के लिए ग़ले की फांस बन चुका है।प्रकरण कोर्ट में ज्यादा समय लंबित रहता है तो आगे चलकर इसी परिवार से बेच दी गई जमीनों को हासिल करने आपस मे एक दूसरे के खिलाफ और मामले दायर होंगे जिसकी पूरी संभावना है।
बहरहाल इसी खान परिवार की 3 महिला सदस्य जिनके विरुद्ध पंडरी थाने में दो अलग अलग मामलों में 420 का प्रकरण दर्ज हो चुका है तथा इन मामले में ये धमतरी के विवादित तांत्रिक के साथ हफ्तों फरार भी रही हैं के द्वारा संयुक्त प्रयास से कोर्ट में उलझी अपनी जमीनों को फिर से चुपके से बेचने का प्रयास किया जा रहा है जिसके लिए ज्यादा कमीशन की लालच में बाकायदा दलाल भिड़ाये गए हैं।
खान परिवार की जमीनों को लेकर वर्तमान में 3 से अधिक प्रकरण न्यायलय में लंबित है कोरोनाकाल के चलते इनसे सम्बंधित सभी मामलों में अदालती कार्यवाही आगे नही बढ़ पाई है इसके अतिरिक्त चार सौ बीसी से जुड़े दो अलग अलग मामलों में शहर के थानों में शिकायत दर्ज की जा चुकी है।एक मामले में ठगी का शिकार शिकायतकर्ता मुख्यमंत्री निवास पर भी इनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही के लिए गुहार लगा चुका है।
ऐसे में पंडरी मोवा पुलिस थाने के आसपास और अशोका रतन बीएसएनएल ऑफीस के बगल से अंदर की सड़क की ओर स्थित जमीनों का बंदरबांट करने यह परिवार फिर से जुट चुका है आश्चर्य इस बात का है कि बार बार चार सौ बीसी के प्रकरण दर्ज होने के बाद भी इन्हें कानून प्रशासन का रत्तीभर भय नही है।
समाजसेवी एजाज सनम कुरैशी ने बताया कि इस परिवार के वयोवृद्ध सदस्य को धोखे में रखकर बाकी सदस्यों ने 2017 में बंटवारा किया था जो कि विधि सम्मत नही था। भविष्य में उक्त वयोवृद्ध सदस्य अथवा उनके पुत्र पुत्री के द्वारा अपना हक मांगने के लिए पुनः कोई बड़ी कानूनी कार्यवाही शुरू की जाए इसके पहले तांत्रिक एवं उसके साथ रहने वाली महिलाएं ज्यादातर जमीनें बेच कर पैसा हड़प कर जाना चाह रही है