आंगनबाड़ी केंद्र, राम वन गमन पथ, शासकीय भूमि, स्कूल, गौठान परिसर, तालाब और सड़क किनारे किया जाएगा वृक्षारोपण
वृक्षारोपण के साथ पौधों की सुरक्षा भी जरूरी
रायपुर, राज्य में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वृक्षारोपण के बाद पौधों की सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश की आंगनबाड़ी केंद्रों, राम वन गमन पथ, खाली पड़ी सरकारी भूमि, स्कूलों, गौठान परिसरों सहित तालाबों और सड़कों के किनारे वृक्षारोपण किया जाएगा।
राज्य के अकेले जांजगीर-चांपा जिले में नौ लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य है। जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 06 जुलाई को जिले के विभिन्न स्थानों में एक साथ वृहद वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर ने पंचायत, उद्यानिकी, रेशम, कृषि सहित संबंधित विभागों को इसकी पूर्व तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। सभी संबंधित विभाग नर्सरी से पौधे प्राप्त कर चयनित स्थानों पर गड्ढे, सिंचाई व्यवस्था, पानी व सुरक्षा की व्यवस्था आदि सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को भी घर पर लगाने के लिए पौधे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आहता वाले स्कूलों में मुनगा, पपीता, सीताफल, गुलमोहर, कदम आदि के पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा लक्ष्य के अनुसार वन गमन पथ, सड़क, नहर, तालाब पार, गौठान, सड़क किनारे भी वृक्षारोपण किया जाएगा। वृक्षारोपण में मिट्टी की अनुकूलता, सिंचाई व सुरक्षा व्यवस्था को भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भूमि की अनुकूलता के अनुसार औषधी गुणों वाले पौधे भी प्राथमिकता से लगाए जाएगें। गौठान की फेंसिंग में करौंदा और मेहन्दी के पौधे लगाए जाएंगे। पौधे के बड़े होने पर करौंदा फल और मेहंदी पावडर गौठान समिति कीे आय के स्रोत भी बनंेगे। उप संचालक कृषि ने बताया राष्ट्रीय बांस मिशन के तहत किसानों के खेत की परिधि में इस वर्ष 45 हजार 750 पौधे लगाने का लक्ष्य है जिसमे से 16 हजार से अधिक बांस के पौधे लगाए जा चुके हैं।