केंद्र सरकार और भाजपा के पास सोनिया गांधी – राहुल गांधी के सवालों का जवाब नहीं,
भाजपा लगा रही है बेबुनियाद आरोप – कांग्रेस
रायपुर/25 जून 2020। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है, कि बीजेपी के पास राहुल गांधी – सोनिया गांधी के उठाए सवालों का कोई जवाब नहीं होता है, तो भाजपा केवल देश को गुमराह करने के लिए और नेहरू – इंदिरा परिवार को बदनाम करने के लिए व्यक्तिगत तौर पर हमला करती है और दुष्प्रचार करती है। जबकि कांग्रेस की हकीकत और बलिदानी नेहरू-गांधी परिवार की सच्चाई से देश पूरी तरह अवगत हैं। नई पीढ़ी को दुष्प्रचार के कारखाने में लगे मशीनों के माध्यम से एक हजार से अधिक लोग भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर पिछले 6 वर्षों से यह अभियान चला रहे हैं। झूठे और मनगढ़ंत आरोपों का सहारा लेकर भाजपा देश को दिग्भ्रमित करने का अभियान चला रही है। भाजपा अर्थव्यवस्था, कोरोना, पेट्रोल-डीजल के दाम, महंगाई, बेरोजगारी जैसे सवालों के जवाब से बचने के लिए रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका वाड्रा को लेकर भी झूठे आरोप ही लगाती है। कुछ चुनिंदा लोगों का सहारा लेकर राजीव गांधी – सोनिया गांधी जी और परिवार को घेरने की नाकाम कोशिश की जाती है। जबकि वास्तविकता यही है, कि आज तक एक भी आरोपों को केंद्र की सरकार सिद्ध करने में कामयाब नहीं हुई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने पूछा है कि भाजपा बतायें कोरोनावायरस के संक्रमण फैलने और चीन में 20 सैनिकों की शहादत में हुई नाकामी के लिए कौन जिम्मेदार है? क्रूड ऑयल पानी का मोल बिक रहा है इसके बावजूद भी पेट्रोल – डीजल के आसमान छूते दामों में वृद्धि करने और जनता के जेब पर सीधा डाका डालने का काम मोदी सरकार क्यों कर रही है? इन सवालों से केन्द्र सरकार तिलमिला क्यों जाती है? राहुल गांधी ने 5 फरवरी को कोविड-19 के संक्रमण से सरकार को सचेत किया था, वहीं भारत चीन की सीमा की समस्या तथा चीनी सेना की घुसपैठ को लेकर भी 5 मई से सवाल खड़ा किया था। किंतु मोदी सरकार ने राहुल गांधी के वक्तव्य को और सवालों को नजरअंदाज किया तथा नकारात्मक टिप्पणी करती रही जिसका परिणाम आज देश में कोरोना के फैलने के रूप में सामने खड़ा है।
प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि केंद्र में भाजपा सरकार लोकसभा में प्रचंड बहुमत के बाद भी सरकार चलाने और देश को प्रगति के रास्ते में ले जाने का दायित्व नहीं निभा पा रही है। अर्थव्यवस्था चरमरा गई है, बेरोजगारी चरम पर है, गरीब मोहताज हो रहा है और मध्यम वर्ग का व्यक्ति गरीबी रेखा में आ चुका है। इन सब बातों की मोदी सरकार को कोई परवाह भी नहीं है, सत्ता में अहंकारी प्रवृत्ति और तानाशाही रवैया के चलते देश का नागरिक त्रस्त है। सत्ता में आने के बाद केंद्र की सरकार अपने वादों, संकल्पों और कार्यक्रमों से विमुख हो चुकी है।