सुरक्षित कारोबार की चिंता ने बढ़ाई थर्मल की जरूरत, बाजार में उपकरण की मांग बढ़ी।
अर्जुनी – ज्यादा आवाजाही। ज्यादा मजदूर। ज्यादा कर्मचारी यानी थर्मल स्कैनर जरूरी। जैसी शर्तों ने इसकी डिमांड बढ़ा दी है। देश में केवल एक ही कंपनी है इसका निर्माण कर रही है जिस पर मांग का दबाव इस कदर बना हुआ है कि उत्पादन के घंटे बढ़ाने की खबर आ रही है। लेकिन मांग के बीच भाव भले ही ज्यादा लग रहे हो पर अनिवार्यता की शर्तों के बीच यह 24 सौ से 4 हजार रुपए प्रति नग की कीमत पर मिलने लगा है।
कोरोनावायरस ने पहली बार अस्पताल के लिए जरूरी मेडिकल उपकरणों को हर उस जगह पहुंचा दिया है जहां इसे सुरक्षा के लिहाज से जरूरी माना जा रहा है। मास्क, सेनीटाइजर और ग्लब्ज पहले से ही ऑपरेशन थिएटर के गेट से निकलकर हर घर हर व्यक्ति तक पहुंच बना चुके हैं। अब बारी है थर्मल स्कैनर की जो किसी भी संक्रमण के होने की जानकारी को आसान बनाते हैं। कोरोनावायरस के फैलाव के बाद यह पहली बार हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के बीच उपयोग होता देखा गया। फिर प्रवासी मजदूरों को लेकर अपने गंतव्य के लिए रवाना होने वाली ट्रेनों में चढ़ने और उतरने के दौरान उपयोग में लाया गया। अब बारी है उन जगहों पर इसके उपयोग की जहां सबसे ज्यादा आवाजाही हो रही है। लिहाजा थर्मल स्कैनर की मांग तेजी से बढ़ी है।
यहां अनिवार्य
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अनलॉक के पहले फेज में व्यापारिक गतिविधियों को गति देने के लिए औद्योगिक इकाईयों, होलसेल मार्केट, ज्वेलरी शॉप को कारोबार की अनुमति देने के पहले अपने सभी कर्मचारियों की प्रतिदिन थर्मल स्कैनर से स्क्रीनिंग की अनिवार्यता से बांध दिया है इसलिए यह सभी संस्थानें थर्मल स्कैनर की खरीदी कर रही है क्योंकि उन्हें अपने शॉप के अलावा आने वाले हर व्यक्ति की जांच करनी है।
इन शहरों में ज्यादा डिमांड
प्रदेश में इस समय थर्मल स्कैनर की मांग सबसे ज्यादा भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव, रायपुर और कोरबा के साथ रायगढ़ जिले से निकल रही है। जहां सबसे ज्यादा व्यवसायिक संस्थानें हैं और उतनी ही संख्या में औद्योगिक इकाइयां भी है। यहां पर कर्मचारियों के साथ उपभोक्ता भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। इसलिए यह शहर इस समय थर्मल स्कैनर के सबसे बड़े खरीददार बने हुए हैं। छूट का दायरा जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है उसी अनुपात में थर्मल स्केनर की मांग भी बढ़ रही है।
देश में सिर्फ एक कंपनी
थर्मामीटर बनाने और इस बाजार में मजबूत जगह बना चुकी “हिक्स” ही इस समय देश में एकमात्र ऐसी कंपनी है जो थर्मल स्कैनर का निर्माण कर रही है। छूट का दायरा बढ़ने के बाद इस पर थर्मल स्कैनर की मांग का दबाव बन रहा है। इसके बावजूद इस ने सप्लाई को बराबर बनाए रखा है क्योंकि सप्लाई शॉर्ट होने से कीमत को लेकर विपरीत परिणाम निकलता। ऐसे में इस समय थर्मल स्कैनर 24 सौ से 4,000 रुपए में आसानी से उपलब्ध है।
इनका कहना है
ज्यादा कर्मचारियों की संख्या और ज्यादा आवाजाही वाली संस्थानों और इंडस्ट्रीज में थर्मल स्कैनर की अनिवार्यता से बाजार में अच्छी मांग बनी हुई है। मांग और आपूर्ति में कोई अंतर नहीं है लिहाजा कीमतें स्थिर है।
सुभाष अग्रवाल, अध्यक्ष, राज्य औषधि विक्रेता संघ बिलासपुर