एक लाख 10 हजार जरूरतमंदों को मिला निःशुल्क भोजन व खाद्यान्न 10 हजार 328 लोगों को मास्क और सेनेटाईजर वितरित
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप राज्य के सभी जिलों में गरीबों, अन्य स्थानों के श्रमिकों एवं निराश्रित लोगों को निःशुल्क भोजन व खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराए जाने का सिलसिला जारी है। कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन के चलते जरूरतमंदों की मदद के लिए राज्य भर में जगह-जगह लगाए गए राहत शिविरों में 21 मई को एक लाख 10 हजार 381 जरूरतमंदों, श्रमिकों एवं निराश्रितों को निःशुल्क भोजन एवं खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराया गया। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मास्क, सेनेटाईजर एवं दैनिक जरूरत का सामान भी जिला प्रशासन, रेडक्रॉस तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की सहयोग से जरूरतमंदों को लगातार मुहैया कराया जा रहा हैं। जिलों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 21 मई को स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से 10 हजार 328 मास्क एवं सेनेटाईजर, साबुन आदि का वितरण जरूरतमंदों को किया गया हैं।
यह उल्लेखनीय है कि जिलों में प्रशासन द्वारा समाजसेवी संस्थाओं एवं दानदाताओं के सहयोग से संचालित राहत शिविरों के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य में अब तक 73 लाख 85 हजार 405 लोगों को निःशुल्क भोजन एवं खाद्यान्न पैकेट उपलब्ध कराया गया है। स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए अब तक 48 लाख 32 हजार 498 मास्क सेनेटाईजर एवं अन्य सामग्री का निःशुल्क वितरण जन सामान्य को किया गया है।
प्रदेश में 21 मई को शासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से जांजगीर-चांपा जिले में सर्वाधिक 41,920 लोगों को निःशुल्क भोजन एवं राशन प्रदाय किए जाने के साथ ही उन्हें कोरोना संक्रामक बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए मास्क एवं अन्य सामग्री का वितरण किया गया है। इसी तरह सुकमा जिले में 1901, राजनांदगांव में 1681, रायगढ़ में 4103, बस्तर में 4995, कांकेर में 1274, बीजापुर में 2032, जशपुर में 8230, कोरिया में 301, सूरजपुर में 222, बालोद में 127, कबीरधाम में 4320, बलौदाबाजार में 2312, धमतरी में 1114, दुर्ग में 3724, महासमुंद में 2427, बलरामपुर में 3914, कोरबा में 1492, सरगुजा में 3129, बिलासपुर में 12,730, रायपुर में 7316, कोण्डागांव में 6126, दंतेवाड़ा में 45, बेमेतरा में 50, गरियाबंद में 1142, मुंगेली में 1509 तथा गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 2573 जरूरतमंदों राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध करायी गई हैं।