लक्ष्य से अधिक 1045 क्विंटल भेलवा का संग्रहण हाल ही में लघु वनोपजों में शामिल भेलवा और गिलोय का भी संग्रहण जोरों पर
रायपुर , राज्य शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही 25 लघु वनोपजों में से हाल ही में शामिल गिलोय और भेलवा का भी वनवासियों द्वारा काफी तादाद में संग्रहण किया जा रहा है। इसके तहत अब तक 10 लाख 45 हजार रूपए की राशि के लक्ष्य से अधिक एक हजार 45 क्विंटल भेलवा का संग्रहण हो चुका है, जबकि राज्य में इसका चालू सीजन में संग्रहण लक्ष्य 861 क्विंटल निर्धारित है। इसी तरह अब तक एक लाख 5 हजार रूपए की राशि के 50 क्विंटल गिलोय का संग्रहण हो चुका है। राज्य में चालू सीजन में 200 क्विंटल गिलोय के संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है।
राज्य में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप तथा वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में लघु वनोपजों का संग्रहण कार्य जोरों पर है। अब तक लगभग 35 करोड़ रूपए की राशि से एक लाख 12 हजार 72 क्विंटल वनोपजों का संग्रहण हो चुका है। राज्य में वनवासी ग्रामीणों के हित को ध्यान में रखते हुए लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की संख्या में निरंतर वृद्धि की जा रही है। राज्य में वर्ष 2018 से पहले समर्थन मूल्य पर मात्र 7 लघु वनोपजों की खरीदी की जाती थी, जिसे बढ़ाकर अब 25 लघु वनोपजों की खरीदी की जा रही है। इनमें हाल ही में भेलवा और गिलोय को भी शामिल किया गया है। भेलवा की गिनती एक उत्तम और उत्कृष्ट वनौषधि के रूप में की जाती है। इसी तरह गिलोय भी औषधीय गुणों से भरपूर फायदे वाला है। इनमें भेलवा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 9 रूपए प्रति किलोग्राम और गिलोय का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है।