भाजपा के ज्ञापन के मुद्दे बता रहे भाजपा की मंशा में खोट है, सुशील आनंद शुक्ला
कांग्रेस ने भाजपा से पूछा पांच सवाल
भाजपा कोरोना सन्कट में कर रही स्तरहीन राजनीति
रायपुर 11 मई 2020।भाजपा द्वारा कोरोना सन्कट के समय की जा रही राजनीति को कांग्रेस ने स्तरहीन राजनीति कहा है।प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के सदस्य वरिष्ठ प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी कोरोना जैसी महामारी और राष्ट्रीय त्रासदी के समय मे भी एक राजनैतिक दल के रूप में अपनी जिम्मेदारी को नही समझ पा रही है। भाजपा द्वारा राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन को आधार बना कर कांग्रेस ने भाजपा को कटघरे में खड़ा करते हए उसकी मंशा पर ही प्रश्न चिन्ह लगाया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा से पांच सवाल पूछा है —
1 भाजपा छत्तीसगढ़ में शराब बंदी की मांग कर रही है क्या भाजपा अपनी इस मांग को प्रधानंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी से भी करेगी ? केंद्र सरकार से पूछेगी उसने शराब दुकानों को खोलने के निर्देश क्यो दिए ? देश के अन्य भाजपा शाशित राज्यो में खुली शराब दुकानों के बारे में रमन सिंह,धरमलाल कौशिक,विक्रम उंसेण्डी की क्या राय है?
2.किसानों के धान की अंतर राशि शीघ्र जारी करने की मांग भाजपा किस हैसियत से कर रही है ?क्या छत्तीसगढ़ भाजपा धान पर बोनस देने की मोदी सरकार के द्वारा रोक लगाए जाने पर असहमति व्यक्त करती है ? क्या इस सम्बंध में भाजपा केंद्र सरकार के रवैय्ये की निंदा करेगी ?क्या यह मांग भाजपा ने सिर्फ इसलिए कर दिया है कि राज्य की कांग्रेस सरकार धान के कीमत की अंतर राशि तो देने ही जा रही है इसलिए मांग कर के प्रोपोगेंडा कर लिया जाय ?
3 छत्तीगढ़ भाजपा रेडजोन और हॉट स्पॉट से राज्य में आने वालों को प्रवेश करने देने का दबाव बना कर राज्य के लोगो को कोरोना सन्कट की ओर क्यो झोंकना चाहती है ?
4 भाजपा बताए राज्य में उसके 9 लोकसभा के और राज्य सभा के सांसदों ने राज्य के बाहर फसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों के बारे में क्या प्रयास किये ? भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने राज्य सरकार की मांग पर मजदूरों को राज्य में वापस लाने स्पेशल ट्रेन चलाने में केंद्र पर दबाव डालने क्या प्रयास किया ?
5 मुख्य मंत्री भूपेशबघेल ने मुख्यमंत्री राहत कोष के आवक और खर्च को सार्वजनिक कर दिया क्या भाजपा के नेता प्रधानमंत्री से यह मांग करने का साहस दिखाएंगे की मोदी भी पीएम केयर के आवक और खर्च की राशि को सार्वजनिक करें ?