संजय श्रीवास्तव ने पूछा : शराब के मुद्दे पर भाजपा की चुनौती पर कांग्रेस नेताओं को साँप क्यों सूंघ गया?
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने तीखा कटाक्ष किया है कि शराब के मुद्दे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता व प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की चुनौती पर कांग्रेस नेताओं को साँप सूंघ गया है। श्री संजय ने पूछा कि लॉकडाउन में शराब दुकानें खोलने के मुद्दे पर भाजपा को चुनौती देने वाले कांग्रेस नेता और सांसद-विधायक व जनप्रतिनिधि अब श्री कौशिक की चुनौती स्वीकार कर अपनी ही सरकार के फैसले पर पुनः समीक्षा करने की बात कहने का नैतिक साहस कब दिखाएंगे?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने पहले भाजपा शासित राज्यों में शराब के कारोबार को रोकने की बात कहते हुए कहा था कि उसके बाद भाजपा के लोग कांग्रेस सरकार से शराब कारोबार बन्द करने के लिए कहें। इस पर नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कांग्रेस नेताओं को प्रदेश में शराब के कारोबार को रोकने के लिए दबाव बनाने की चुनौती दी थी। श्री संजय ने दुहराया कि उत्तरप्रदेश के भाजपा सांसद सत्यदेव पचैरी और साक्षी महाराज सहित भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राज्य में शराब बिक्री की अनुमति देने के फैसले की समीक्षा करने का आग्रह किया है। इस परिप्रेक्ष्य में प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस नेताओं से पूछा है कि क्या छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़बोले नेताओं, सांसदों और विधायकों में प्रदेश सरकार के फैसले के खिलाफ एक शब्द भी बोलने का नैतिक साहस है?
श्री संजय श्रीवास्तव ने तंज कसा कि प्रदेश कांग्रेस के नेता अब तक श्री कौशिक की चुनौती को स्वीकार करने का नैतिक साहस ही नहीं जुटा पाए हैं। शराब की कोचियागिरी में मशगूल प्रदेश सरकार और कांग्रेस के नेता इस मुद्दे पर पहले अपने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर शराब दुकानें खोलने के फैसले पर पुनर्विचार करने का दबाव बनाएं और फिर केन्द्र सरकार को शराब बिक्री की अनुमति देने के लिए कोसने के अपने राजनीतिक दुराग्रह का परिचय दें। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि शराब बेचकर कमीशन से अपनी तिजोरियाँ भरने के चक्कर में केन्द्र सरकार के खिलाफ मिथ्या प्रलाप करते कांग्रेस नेताओं और प्रदेश सरकार को अब नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक की चुनौती स्वीकार करने का नैतिक साहस तो दिखाना चाहिए ताकि बड़ी-बड़ी दुहाई देने के बाद भी कांग्रेस में लोकतंत्र नाम की कोई चीज बची होने का उनका भरम कायम रहे।