किसी भी स्थिति में पेयजल व्यवस्था न हो प्रभावित: मंत्री गुरु रूद्रकुमार
रायपुर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभागीय कार्यों की समीक्षा की। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने समीक्षा के दौरान तीनों परिक्षेत्र रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर के मुख्य अभियंता सहित सभी जिलों के कार्यपालन अभियंताओं से रू-ब-रू होकर विभागीय कामकाज की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वर्तमान परिस्थिति में राज्य के किसी भी क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था प्रभावित न हो। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि ऐसे नलकूप जो मृत अवस्था में जा चुके हैं आवश्यकतानुसार नया स्रोत निर्माण कर नलकूप स्थापित करें तथा नये नलकूप खनन का कार्य जल स्रोतों के पूर्व परीक्षण उपरांत पर्याप्त जल क्षमता प्राप्त होने की स्थिति में ही करें। जिसे नलजल योजना के स्रोत के रूप में उपयोग किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को सभी जिलों में पेयजल की निरंतर आपूर्ति बनाए रखने के लिए आवश्यक सामग्री की खरीदी आवश्यकतानुसार स्थानीय स्तर पर नियमानुसार करने के निर्देश दिए।
मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में कहा कि पेयजल से संबंधित निर्माण कार्यों के लिए अनुबंधित ठेकेदारों के श्रमिकों के आवागमन हेतु सभी जिला प्रशासन से समन्वय कर कार्य प्रारंभ करें। इस अवसर पर विभाग के सचिव श्री अविनाश चंपावत ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विधायकों के गृहग्राम और उनके क्षेत्र के 15-15 गांवों की नलजल योजना में से बचे हुए 310 योजनाओं को निविदा आमंत्रण की कार्रवाई तत्काल पूर्ण करें। समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने जिलेवार पेयजल संबंधी जानकारी देते हुए आश्वस्त किया कि गतवर्ष की तुलना में इस वर्ष भू-जल स्तर बेहतर है और ग्रीष्मकाल में किसी भी प्रकार से पेयजल संकट जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी और उन्होंने बताया कि राज्य में संचालित सभी नलजल योजनाओं की सतत् निगरानी की जा रही है। राज्य और जिला स्तर पर पेयजल संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए टोल-फ्री नम्बर भी स्थापति किए गए हैं, जिन पर प्राप्त समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है। इस अवसर पर विभाग के प्रमुख अभियंता श्री टी.जी. कोसरिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।