फोन से संपर्क करते ही तत्काल हुई भोजन की व्यवस्था
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में फंसे जांजगीर जिले के मजदूरों ने जिला प्रशासन का माना आभार
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर कोविड-19 के संक्रमण को रोकने लागू लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ के बाहर अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों की समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को मिले हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के कोल्हापुर में फंसे जांजगीर जिले के मजदूरों ने राज्य सरकार से भोजन की समस्या बताते हुए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष को फोन से सूचित किया। श्रमिकों को आ रही समस्याओं की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन द्वारा तत्काल कोल्हापुर स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर 5 परिवारों के 17 सदस्यों के लिए राशन की व्यवस्था कराई गई। भोजन की व्यवस्था के लिए त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए मजदूरों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति अपना आभार जताया।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में लॉकडाउन की संकटापन्न स्थिति में रह रहे जांजगीर चांपा जिले के नवागढ़ विकासखंड के ग्राम पोड़ी के निवासी श्री राजेश्वर कुमार ने बताया कि उनके साथ नवागढ़ विकासखंड के ग्राम पोंड़ी के धनाराम, राजू कश्यप सहित 17 लोग राज-मिस्त्री और मजदूरी के काम से कोल्हापुर गए थे। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण करीब 25 दिनों से उनका काम बंद हो चुका है। कुछ दिनों तक बचत पैसों से अपना गुजर-बसर किया। इसके बाद आर्थिक कारणों से उनके सामने भोजन की समस्या आने लगी। श्री राजेश्वर ने जिला प्रशासन जांजगीर-चांपा द्वारा स्थापित जिला स्तरीय कोविड-19 नियंत्रण कक्ष से संपर्क किया और अपनी समस्या से अवगत कराया। जांजगीर-चांपा जिला प्रशासन ने सूचना मिलते ही कोल्हापुर तहसीलदार से संपर्क कर इन मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था का अनुरोध किया। इसके बाद स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों द्वारा सभी लोगों को 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, एक किलो तेल, दाल, नमक आदि उपलब्ध कराई गई।