कोरिया : कलेक्टर ने दी जिले में कोविड हॉस्पिटल पूरी तरह तैयार होने की जानकारी,जिले में पर्याप्त आइसोलेशन एवं क्वारंटाइन बेड उपलब्ध
कोरिया :कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोरोना परीक्षण एवं निगरानी की अद्यतन स्थिति के साथ ही जिले में कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की जानकारी दी। जिले में आज की स्थिति में कुल 1676 लोग होम आइसोलेशन पर रखे गये हैं। इसके साथ ही संस्थागत क्वारंटाइन पर रखे गये लोगों का संख्या बढ़कर 28 हो गई है। जिला अस्पताल में 02 लोगों को आइसोलेशन पर रख गया है। जिले से कोरोना के कुल 40 मामले सामने आये, जिन्हें परीक्षण हेतु भेजा गया था। परीक्षण में सभी निगेटिव पाये गये हैं। बीते दिनों में विदेशों से आये लोगों पर विशेष स्वास्थ्यगत निगरानी रखी जा रही है।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में ऐसे लोगों को रखा जाता है जो प्रथम दृष्टया कोरोना संक्रमण के संदिग्ध की श्रेणी में आते हैं तथा जिनको निगरानी की आवश्यकता होती है। आइसोलेशन में उन लोगों को रखा जाता है जिसमें अत्यधिक संभावना रहती है कि वह संक्रमित हो सकते हैं। ऐसा कुछ लक्षण भी नजर आते हैं। टेस्ट किया जा चुका होता है किंतु रिपोर्ट नहीं आयी होती है। कोविड हॉस्पिटल में उन लोगों को रखा जाता है जिनकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव पायी जाती है। उन्होंने बताया कि जिले में कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की गई। चरचा में रीजनल हॉस्पिटल एवं बैकुंठपुर स्थित नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र को कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है।
कलेक्टर ने बताया कि बैकुण्ठपुर में स्थित जिला अस्पताल एवं सेंट्रल हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं जिसके तहत जिला अस्पताल में 15 बेड तथा मनेन्द्रगढ़ स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में 15 बेड उपलब्ध हैं। एसईसीएल क्षेत्र के अंतर्गत बैकुण्ठपुर के पंचवटी गेस्ट हाउस में 10 एवं कटकोना हॉस्टल में 06 क्वारंटाइन बेड तैयार किये गये हैं। चिरमिरी में जे.एम.एस हॉस्टल कुरासिया में 16 बेड एवं नर्सिंग कॉलेज चिरमिरी में 10 बेड तथा हसदेव स्थित गेस्ट हाउस में 10 बेड एवं सामुदायिक भवन में 10 बेड उपलब्ध हैं। इसके साथ ही बैकुण्ठपुर स्थित ट्रांजिट हॉस्टल, प्रेमाबाग में भी क्वारंटाइन हेतु 10 बेड तैयार किये गये हैं। जिला प्रशासन द्वारा लगातार लोगों से घर पर ही रहने की अपील की जा रही है। जिससे संक्रमण का खतरा कम से कम रहे। इसके साथ ही लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के सुरक्षात्मक उपायों से अवगत भी कराया जा रहा है।