प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने खिलाड़ियों को संकल्प, संयम, सकारात्मकता, सम्मान और सहयोग के पांच सूत्री मंत्र दिए
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रख्यात खिलाड़ियों के साथ संवाद किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कोविड-19’ पूरी मानवता का दुश्मन है और वर्तमान स्थिति की गंभीरता का पता इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार ओलंपिक गेम्स को स्थगित किया गया है। इस महामारी से उत्पन्न विकट चुनौतियों के कारण विम्बलडन जैसे कई अन्य प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों और क्रिकेट से संबंधित इंडियन प्रीमियर लीग जैसे घरेलू खेल आयोजनों के पूर्व निर्धारित समय में परिवर्तन करने पर विवश होना पड़ा है।
प्रधानमंत्री ने खेल के मैदान पर शानदार प्रदर्शन कर राष्ट्र को गौरवान्वित करने के लिए खिलाड़ियों की प्रशंसा की। अब उन्हें राष्ट्र का मनोबल बढ़ाने और सकारात्मकता का माहौल बनाए रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। इसके साथ ही खिलाड़ियों को लोगों से लॉकडाउन के दौरान जारी की जाने वाली एडवाइजरी का निरंतर पालन करने के लिए कहना है। प्रधानमंत्री ने यह बात रेखांकित की कि खेल प्रशिक्षण के दौरान सीखी जाने वाली विशिष्ट बातें जैसे कि चुनौतियों का डटकर सामना करने की क्षमता, स्व-अनुशासन, सकारात्मकता और आत्मविश्वास इस वायरस के फैलाव का मुकाबला करने की दृष्टि से भी अत्यंत आवश्यक तरीके हैं।
प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से लोगों को दिए जाने वाले अपने संदेश में इन पांच बिंदुओं को शामिल करने को कहा है: महामारी से लड़ने के लिए ‘संकल्प’, सामाजिक दूरी बनाए रखने का पालन करने के लिए ‘संयम’, सकारात्मक माहौल निरंतर बनाए रखने के लिए ‘सकारात्मकता’, इस लड़ाई में सबसे आगे रहने वाली चिकित्सा बिरादरी एवं पुलिस कर्मियों जैसे योद्धाओं का आदर करने के लिए ‘सम्मान’ और ‘पीएम-केयर्स फंड’ में योगदान के जरिए निजी स्तर के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी ‘सहयोग’। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य दोनों के महत्व पर प्रकाश डालने के साथ-साथ आयुष मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को लोकप्रिय बनाने के लिए भी कहा।
खिलाड़ियों ने इस अत्यंत चुनौतीपूर्ण समय में प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना की। खिलाड़ियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए भी प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया कि वे इस लड़ाई में सबसे आगे रहकर नि:स्वार्थ सेवा करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिस कर्मियों को सम्मान दिलाने के लिए तत्पर हैं जिसके पात्र वे वास्तव में हैं। उन्होंने अनुशासन एवं मानसिक शक्ति के विशेष महत्व, फिटनेस बनाए रखने और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाने की भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि यह अत्यंत आवश्यक है कि भारत महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में विजयी बनकर उभरे। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि इस लड़ाई में समस्त खिलाड़ी अत्यंत सक्रियतापूर्वक भाग लेंगे।
विभिन्न खेलों से जुड़े 40 से भी अधिक शीर्ष खिलाड़ियों ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में भाग लिया जिनमें भारत रत्न श्री सचिन तेंदुलकर, बीसीसीआई के अध्यक्ष श्री सौरव गांगुली, महिला हॉकी टीम की कप्तान सुश्री रानी रामपाल, मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी सुश्री पीवी सिंधु, कबड्डी खिलाड़ी एवं हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में डीएसपी श्री अजय ठाकुर, तेज धावक सुश्री हिमा दास, पैरा एथलीट हाई जम्पर श्री शरद कुमार, शीर्ष टेनिस खिलाड़ी सुश्री अंकिता रैना, धुरंधर क्रिकेटर श्री युवराज सिंह और पुरुष क्रिकेट टीम के कप्तान श्री विराट कोहली शामिल हैं। केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस संवाद में भाग लिया।