बिहान समूहो द्वारा निर्मित उत्पादों का छात्रावासो मे होगा उपभोग
कलेक्टर ने हरी झण्डी दिखाकर ’’अन्नपूर्णा भण्डार’’ की प्रथम खेप की रवाना
बाजार मूल्य से कम दर पर उच्च गुणवत्ता समाग्री आवासीय छात्रो को होगी प्राप्त-कलेक्टर
बिहान समूहों द्वारा 33 प्रकार की सामाग्रियां होंगी उपलब्ध
कोण्डागांव, कलेक्ट्रेट परिशर से आयोजित कार्यक्रम मे कलेक्टर नीलकण्ठ टीकाम द्वारा हरी झण्डी दिखाकर छात्रावासो एवं आश्रमो के लिए बिहान समूहो द्वारा निर्मित दैनिक उपयोग की समाग्रियो के ’’अन्नपूर्णा भण्डार’’ की प्रथम खेप को रवाना किया गया। इसमे 98 हजार की लागत से से 9 प्रकार की दैनिक उपभोग का सामान विभिन्न छात्रावासो को भेजा गयां। इसी प्रकार सभी विकासखण्डो को मिलाकर 9 वाहनो द्वारा कुल 22.28 लाख रूपये की समाग्री क्षेत्र के विभिन्न छात्रावासो हेतु भेजी गयी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ डी.एन.कश्यप, जनपद पंचायत सीईओ रवि साव, एपीओ सीएस धु्रव, डीपीएम नितेश देवांगन, सहित महिला स्व-सहायता समूह की महिलाये बड़ी संख्या मे उपस्थित रहे।
ज्ञातव्य हो कि जिला प्रशासन की नवीन पहल के तहत् अब जिले के सभी 138 छात्रावास एवं आश्रमो मे जिले मे बिहान योजना (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) के अन्तर्गत कार्यरत स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित दैनिक उपयोग की समाग्री जैसे नहाने का साबुन, वासिंग पाउडर, हल्दी, धनिया मिर्च, मसाले, इत्यादि की सप्लाई प्रशासन द्वारा की जायेगी। इसके लिए बिहान योजना अन्तर्गत स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित उच्च गुणवत्ता के उत्पादो को बाजार दर से कम कीमत पर सभी छात्रावासो को उपलब्ध कराया जायेगा। जाहिर है कि पहले इन छात्रावासो मे बाजार कीमत पर इन समाग्रियो की खरीदी की जाती थी जबकि इनमे परिवहन का खर्च भी अलग से वहन करना पड़ता था। उक्त नवीन व्यवस्था से जिला प्रशासन छात्रावासो के निकटतम समूह द्वारा निर्मित उत्पादो को सीधे इन छात्रावासो को नियत दर पर उपलब्ध करायेगा, जिससे न केवल परिवहन का खर्च बचेगा बल्कि सभी व्ययो को मिलाकर भी बिहान समूहो के उत्पादो की दर बाजार कीमतांे से भी कम रहेगी साथ ही पूरे जिले मे छात्रावासो को एक समान उच्च गुणवत्ता की समाग्री थोक रेट पर प्राप्त होगी तथा भविष्य मे जरूरत के अनुसार प्रतिमाह इनकी मात्रा जरूरत के अनुसार बढ़ाई जायेगी, जिससे जिले मे स्व-सहायता समूह से जुड़े लोगो को न केवल रोजगार प्राप्त होगा अपितु छात्रावासो के बच्चो की खाद्य सामाग्रियो की अच्छी गुणवत्ता भी सुनिश्चित होगी जो भविश्य मे उनकी स्वच्छता एवं पोशण बढ़ाने मे मील का पत्थर साबित होगी। ज्ञात हो कि जिले मे कुल 7 हजार 500 स्व-सहायता समूह है जिनसे 80 हजार से अधिक परिवार जुड़े हुए है जिन्हे शासन की ओर से 5 मॉडल क्लस्टर चिपावण्ड, माकडी, बड़ेराजपुर, केशकाल, फरसगांव मे विभाजित कर इनके समग्र विकास की कार्ययोजना तैयार की गई है।
हर ब्लॉक के चार बाजारो मे बिकेंगें बिहान उत्पाद
जिला प्रशासन द्वारा आगामी दिनो मे जिले के सभी विकासखण्डो के चार-चार बड़े बाजारो का चयन कर उनमे इन बिहान समूहो द्वारा निर्मित उत्पादो के विक्रय हेतु अलग दुकानो की व्यवस्था की जा रही है। जहां पर इन समूहो के एलईडी बल्ब से लेकर पेवर ब्लॉक्स तक के विक्रय की व्यवस्था होगी साथ ही इन बाजारो तक उत्पादो को पहंुचाने की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की जायेगी। वर्तमान मे इन समूहो द्वारा चुड़ी डिजाईनिंग, एलईडी बल्ब, सेनेटरी पैड, साबुन, वाशिंग पाउडर, धनिया, हल्दी, चना, दाले, मसाले, वस्त्रर्, इंट, महुआ लड्डू, मसाला, अचार, जैविक खाद्, फिनाईल रॉटआयरन, बेलमेटल, आदि 38 प्रकार की दैनिक उपभोग की समाग्रियो का निर्माण किया जा रहा है।
भविष्य मे छात्रावासो की सभी जरूरतो स्व-सहायता समूह करंेगें पूरी
इस अवसर पर जिला पंचायत कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि अभी 138 छात्रावासो मे इस बार 9 प्रकार की समाग्री भेजी गई है। जिसमे धनिया, हल्दी, मिर्च, मसाले, राहर एंव मसूर दाल, चना, मटर, नहाने का साबुन, वाशिंग पाउडर शामिल थे। आगामी दिनो मे कुल 33 प्रकार की समाग्री जिनमे उड़द, कुल्थी, मूंग, फूलझाड़ू, कोदो, मण्डिया आदि समानो की आपूर्ति भी इन समूहो के माध्यम से की जायेगी साथ ही हरी सब्जियो से लेकर चांवल एवं अन्य सभी जरूरत की समाग्रियां निकटतम गांवो मे स्व-सहायता समूहों द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी जो इन ग्रामीणो की आय मे वृद्धि के साथ उनके आत्म सम्मान मे वृद्धि का माध्यम बनेगें।